मणिपुर में भारतीय सेना के काफिले पर हमला करने वाले विद्रोहियों के खिलाफ म्यांमार ने छेड़ा अभियान

Published : Jan 14, 2022, 01:58 PM ISTUpdated : Jan 27, 2022, 07:04 PM IST
मणिपुर में भारतीय सेना के काफिले पर हमला करने वाले विद्रोहियों के खिलाफ म्यांमार ने छेड़ा अभियान

सार

13 नवंबर, 2021 को मणिपुर में भारतीय सेना के काफिले पर हुए हमले से जुड़े विद्रोहियों के खिलाफ म्यांमार की सेना एक्शन में आ गई है। भारत को सहयोग करते हुए म्यांमार ने विद्रोहियों के कैम्पों पर दबिश देना शुरू कर दी है। यह जानकारी म्यांमार की सेना और सरकारी सूत्रों ने दी।

नई दिल्ली. म्यांमार की सेना ने भारत के खिलाफ हिंसक गतिविधियों को अंजाम देने वाले विद्रोहियों पर एक्शन लेना शुरू किया है। बता दें कि 13 नवंबर, 2021 को मणिपुर के चुराचांदपुर जिले में सेना के काफिले पर  पीएलए और एमएनपीएफ के विद्रोहियों ने आईईडी विस्फोटकों से हमला कर दिया था। भारत- म्यामांर बॉर्डर के नजदीक हुए इस हमले में असम राइफल्स के कमांडिंग अफसर कर्नल विप्लव त्रिपाठी (Colonel Viplav Tripathi), उनकी पत्नी और बेटे तथा चार सैनिकों समेत सात लोगों की मौत हुई थी। विद्रोही हमले के बाद म्यांमार भाग निकले थे।

म्यांमार सेना ने भारत के समर्थन में छेड़ा अभियान
सूत्रों के अनुसार म्यांमार (Myanmar) की सेना ने अपनी धरती पर भारत विरोधी विद्रोही समूहों के खिलाफ अभियान छेड़ दिया है। कुछ मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, असम राइफल्स (Assam Rifles) के कर्नल और उनके परिवार की हत्या में शामिल आतंकवादी समूह पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) आदि के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए भारतीय एजेंसियां ​​म्यांमार की सेना के संपर्क में बनी हुई हैं। हाल में म्यांमार ने 5 विद्रोहियों को भारतीय एजेंसियों को सौंपा है।

विद्रोहियों के सिर पर है 8 लाख तक का इनाम
इस मामल की जांच नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (NIA) भी कर रही है। NIA ने इस हमले में शामिल विद्रोहियों से जुड़ी जानकारी देने वालों को चार से आठ लाख रुपये का ईनाम देने का ऐलान किया हुआ है। इस हमले में शामिल 10 विद्रोही कथित तौर पर प्रतिबंधित पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) और मणिपुर नागा पीपुल्स फ्रंट (एमएनपीएफ) के थे।

यह है पूरा घटनाक्रम
सेना पर हमले की यह घटना सुबह तकरीबन 10 बजे मणिपुर के चुराचांदपुर जिले में हुई थी। यह जिला म्यांमार सीमा के पास है। 46 असम राइफल्स के कमांडिंग ऑफिसर कर्नल विप्लव त्रिपाठी एक फॉरवर्ड कैंप गए थे। वे वहां से वापस लौट रहे थे उसी वक्त उन पर हमला किया गया।  उनके साथ उनकी पत्नी, बेटा और अन्य जवान भी थे। घटना के बाद मणिपुर के सीएम बीरेन सिंह ने ट्वीट किया था- 46 असम राइफल्स के काफिले पर कायरतापूर्ण हमले की निंदा करता हूं, जिसमें कमांडिंग ऑफिसर और उनके परिवार के समेत कुछ जवानों की आज मौत हो गई है। राज्य पुलिस और पैरा मिलेट्री आतंकियों को पकड़ने के काम में लगी हुई है। दोषियों को न्याय के कठघरे में खड़ा किया जाएगा।

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