JK के राजौरी में आर्मी कैम्प के बाहर फायरिंग में मारे गए 2 लोगों की जांच के लिए SIT गठित, आखिर हुआ क्या था?

Published : Dec 20, 2022, 06:55 AM IST
JK के राजौरी में आर्मी कैम्प के बाहर फायरिंग में मारे गए 2 लोगों की जांच के लिए SIT गठित, आखिर हुआ क्या था?

सार

जम्मू-कश्मीर पुलिस ने राजौरी जिले में सेना के एक शिविर के बाहर गोलीबारी की घटना में दो नागरिकों के मारे जाने की जांच के लिए SIT का गठन किया गया है। 16 दिसंबर को दो नागरिकों की मौत और एक अन्य के घायल होने से गुस्साए लोगों ने बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन किए थे। 

जम्मू(Jammu). जम्मू-कश्मीर पुलिस ने राजौरी जिले में सेना के एक शिविर के बाहर गोलीबारी की घटना में दो नागरिकों के मारे जाने की जांच के लिए सोमवार रात एक विशेष जांच दल (SIT) का गठन किया गया है। आधिकारिक सूत्रों ने यह जानकारी दी। 16 दिसंबर को दो नागरिकों की मौत और एक अन्य के घायल होने से गुस्साए लोगों ने बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन किए थे। इस घटना की निष्पक्ष जांच की मांग की जा रही थी। आखिर उस दिन हुआ क्या था?


सेना ने एक ट्वीट में कहा था कि कुछ अज्ञात आतंकवादियों ने शिविर पर गोलीबारी शुरू कर दी थी, जबकि स्थानीय लोगों ने दावा किया कि गेट पर तैनात एक संतरी ने स्थानीय लोगों पर गोलियां चलाई थीं। पुलिस ने घटना की जांच के लिए राजपत्रित रैंक( gazette-rank police officer) के पुलिस अधिकारी की अध्यक्षता में एक विशेष जांच दल (SIT) का गठन किया है।

पुलिस अधिकारी के अनुसार, एसआईटी का गठन राजौरी पुंछ रेंज के पुलिस डीआईजी हसीब मुगल ने किया है। एसआईटी सीनियर एसपी राजौरी मोहम्मद असलम की देखरेख में काम करेगी।इसका नेतृत्व डिप्टी एसपी (मुख्यालय) राजौरी चंचल सिंह करेंगे। सूत्रों ने कहा कि इसके सदस्य इंस्पेक्टर दानिश मकबूल, प्रोबेशनरी सब-इंस्पेक्टर (पीएसआई) जतिंदर शर्मा और दो हेड कांस्टेबल होंगे। पुलिस अधिकारी के अनुसार, एसआईटी को रेंज पुलिस मुख्यालय के साथ जांच की डे-टू-डे प्रोग्रेस को अपडेट करने के लिए कहा गया है।


टीम राजौरी कस्बे के फल्याना क्षेत्र में सेना शिविर के अल्फा गेट पर हुई गोलीबारी की घटना की जांच करेगी। इसमें वार्ड 15 फल्याना के निवासी दो स्थानीय पुरुष सुरिंदर कुमार और कमल कुमार मारे गए थे, जबकि उत्तराखंड निवासी अनिल कुमार  घायल हो गए। उनका राजौरी के सरकारी मेडिकल कॉलेज (जीएमसी) में इलाज चल रहा है। घटना के बाद प्रदर्शन हुए थे। प्रदर्शनकारी ने मृतकों के परिवार के लिए 10-10 लाख का मुआवजा, संगे-संबंधियों के लिए नौकरी, बच्चों के लिए मुफ्त शिक्षा के साथ ही मामले में FIR दर्ज करने की मांग को लेकर हाइवे जाम कर दिया था। 

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