राकांपा ने केंद्र सरकार पर पार्टी प्रमुख शरद पवार के नयी दिल्ली स्थित आधिकारिक आवास से सुरक्षा हटाने और ‘‘बदले की राजनीति’’ करने का शुक्रवार को आरोप लगाया
मुंबई: राकांपा ने केंद्र सरकार पर पार्टी प्रमुख शरद पवार के नयी दिल्ली स्थित आधिकारिक आवास से सुरक्षा हटाने और ‘‘बदले की राजनीति’’ करने का शुक्रवार को आरोप लगाया। महाराष्ट्र के मंत्री और राकांपा के मुख्य प्रवक्ता नवाब मलिक ने कहा कि इस प्रकार के कदम से पार्टी नेताओं को डराया नहीं जा सकता।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के खिलाफ पार्टी की लड़ाई जारी रहेगी। मलिक ने कहा कि राज्यसभा सदस्य एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री पवार को राष्ट्रीय राजधानी में ‘वाई’ श्रेणी की सुरक्षा मुहैया कराई गई थी।
सरकार ने नहीं दी कोई जानकारी
उन्होंने बताया कि 6 जनपथ स्थित पवार के आवास पर तैनात सुरक्षा कर्मियों ने 20 जनवरी के बाद से बंगले पर रिपोर्ट करना बंद कर दिया है और सरकार ने इसके बारे में पहले से कोई जानकारी नहीं दी थी। मलिक ने कहा, ‘‘यह एक प्रकार की बदले की राजनीति है। उन्हें लगता है कि राकांपा नेता इससे विचलित हो जाएंगे। यह उनकी गलतफहमी है। मोदी और शाह के खिलाफ लड़ाई जारी रहेगी।’’
राकांपा नेता जयंत पाटिल ने भी भाजपा की आलोचना की और केंद्र के इस कदम को महाराष्ट्र में भाजपा की हार से जोड़ा। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में सत्ता बदलने की बात को भाजपा ने दिल पर ले लिया है और इसी लिए वह बदले की भावना से काम कर रही है।
महाराष्ट्र में ‘जेड प्लस’ श्रेणी की सुरक्षा
पाटिल ने ट्वीट किया, ‘यह लोकतंत्र के लिए हानिकारक है।’’ राज्य के आवासीय मंत्री जितेंद्र औहद ने कहा कि इस प्रकार के कदमों से पवार को डराया नहीं जा सकता। उन्होंने कहा, ‘‘लोगों का प्यार और स्नेह उनका सुरक्षा कवच है।’’
राज्य के सामाजिक न्याय मंत्री धनन्जय मुंडे ने केंद्र की निंदा करते हुए ट्वीट किया ‘‘आप और कितना नीचे गिरेंगे?’। 79 वर्षीय राकांपा अध्यक्ष को महाराष्ट्र में ‘जेड प्लस’ श्रेणी की सुरक्षा दी गई है, जहां उनकी पार्टी शिवसेना नीत सरकार की घटक है।
(यह खबर समाचार एजेंसी भाषा की है, एशियानेट हिंदी टीम ने सिर्फ हेडलाइन में बदलाव किया है।)
(फाइल फोटो)