वायु प्रदूषण से सेहत को होने वाली परेशानियों से बचने के लिये स्वास्थ्य मंत्री डा. हर्षवर्धन ने गाजर खाने का मशविरा दिया है। ट्वीट कर कहा, ‘‘वायु प्रदूषण के दुष्प्रभाव को निष्प्रभावी करने के लिये एक सकारात्मक कदम यह हो सकता है।
नई दिल्ली. दूषित हवाओं की धुंध में घिरी दिल्ली के लोगों को वायु प्रदूषण से सेहत को होने वाली परेशानियों से बचने के लिये स्वास्थ्य मंत्री डा. हर्षवर्धन ने गाजर खाने का मशविरा दिया है। पेशे से चिकित्सक, हर्षवर्धन ने ट्विटर के माध्यम से लोगों को सलाह दी है कि वायु प्रदूषण से सेहत को होने वाली परेशानियों से बचने के लिये गाजर और पोषक तत्वों से भरपूर भोजन लें।
बाहर जाने से खुद को रोकें
उन्होंने सोमवार को ट्वीट कर कहा, ‘‘वायु प्रदूषण के दुष्प्रभाव को निष्प्रभावी करने के लिये एक सकारात्मक कदम यह हो सकता है कि एंटीऑक्सीटेंट की प्रचुर मात्रा वाले खाद्य पदार्थों को अपने भोजन में शामिल करें। बेशक, समस्या का समाधान खुले में बाहर निकलने से खुद को रोकना या नियंत्रित करना मात्र है।’’ इसके पहले रविवार को डा. हर्षवर्धन ने ट्वीट कर कहा था, ‘‘गाजर खाने से शरीर को विटामिन ए, पोटेशियम और एंटीऑक्सीडेंट की भरपूर मात्रा मिलती है, यह भारत में व्यापक प्रभाव वाली आखों की बीमारी रतौंधी से बचाता है। गाजर, सेहत के लिये प्रदूषण जनित परेशानियों से भी बचाने में सहायक है।’’
उच्चतम स्तर पर था वायु प्रदूषण
उल्लेखनीय है कि दिल्ली में वायु प्रदूषण का स्तर पिछले तीन साल में रविवार को अपने उच्चतम स्तर पर था। केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के वायु गुणवत्ता सूचकांक पर दिल्ली में हवा की गुणवत्ता का सामान्य स्तर रविवार को शाम चार बजे 494 अंक पर पहुंच गया था। छह नवंबर 2016 को यह अपने उच्चतम स्तर 497 पर था। इसके मद्देनजर राष्ट्रीय राजधानी में 12वीं कक्षा तक के सभी स्कूलों को मंगलवार तक के लिये बंद कर दिया गया है।
(यह खबर समाचार एजेंसी भाषा की है, एशियानेट हिंदी टीम ने सिर्फ हेडलाइन में बदलाव किया है।)