आतंकवादियों के साथ गिरफ्तार जम्मू-कश्मीर पुलिस के डीएसपी देविंदर सिंह से पूछताछ जारी है। डीएसपी ने पूछताछ में जांच एजेंसियों को बताया कि वह उन आतंकियों को सरेंडर कराने ले जा रहा था। शुरुआती जांच से पता चला है कि कम से कम पांच बार डीएसपी ने आतंकियों को बनिहाल सुरंग पार कराने और जम्मू में शेल्टर देने के बदले पैसे वसूले हैं।
श्रीनगर. आतंकवादियों के साथ गिरफ्तार जम्मू-कश्मीर पुलिस के डीएसपी देविंदर सिंह से पूछताछ जारी है। इस मामले नए-नए खुलासे हो रहे हैं। हालांकि आधिकारिक तौर पर कोई जानकारी सामने नहीं आई है। हालांकि जानकारी के मुताबिक डीएसपी ने पूछताछ में जांच एजेंसियों को बताया कि वह उन आतंकियों को सरेंडर कराने ले जा रहा था। सूत्रों ने यह जानकारी दी। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पूछताछ से जुड़े अधिकारियों ने बताया कि हम लोग देविंदर सिंह के दावे की जांच कर रहे हैं। हालांकि अगर आतंकियों को सरेंडर कराए जाने की बात होती तो कई अन्य अफसरों के पास भी वह सूचना होती, लेकिन किसी बड़े अफसर के पास ऐसी कोई जानकारी नहीं है।
12 लाख में हुई थी डील
एक पुलिस अधिकारी ने सूत्रों को बताया कि शुरुआती जांच में यह बात सामने आई है कि देविंदर सिंह आतंकियों से पैसे लेकर उन्हें बनिहाल सुरंग पार कराते थे। इस बार भी 12 लाख रुपये में डील हुई थी। वह खुद गाड़ी में इसलिए बैठे थे ताकि कोई पुलिस अधिकारी को वाहन में बैठा देखकर न रोकेगा न टोकेगा। जांच में यह भी पता चला कि नवीद बाबू ने ये पैसे न सिर्फ रास्ता पार कराने बल्कि जम्मू में शेल्टर देने के लिए भी दिए थे।
NIA करेगी मामले की जांच
सूत्रों ने बताया कि शुरुआती जांच से पता चला है कि कम से कम पांच बार डीएसपी ने आतंकियों को बनिहाल सुरंग पार कराने और जम्मू में शेल्टर देने के बदले पैसे वसूले हैं। इस बीच इस मामले की जांच एनआईए को सौंप दी गई है। इस बात को जांच के दायरे में रखा गया है कि कहीं आतंकी दिल्ली में 26 जनवरी से पहले कोई वारदात करने तो नहीं आ रहे थे? डीएसपी देविंदर सिंह को हिजबुल कमांडर सैयद नवीद मुश्ताक उर्फ बाबू और इरफान शफी मीर के साथ शनिवार को गिरफ्तार किया गया था।
घर से कई चीजें हुई बरामद
सोमवार को एजेंसियों ने श्रीनगर में इंदिरा नगर स्थित उसके घर की तलाशी ली। यहां से कई चीजें बरामद हुई हैं, लेकिन पुलिस ने उसका ब्यौरा देने से इनकार कर दिया। नवीद के साथ पकड़ा गया दूसरा शख्स वकील है और वह पांच बार पाकिस्तान जा चुका है। आरोप है कि वह वहां ‘हैंडलरों’ के संपर्क में था।
छिना जा सकता है अवॉर्ड
बहादुरी के लिए राष्ट्रपति मेडल से सम्मानित देविंदर सिंह से उसका अवॉर्ड वापस लिया जा सकता है। इस पर विचार शुरू हो गया है। इससे पहले संसद हमले के दोषी अफजल गुरु के एक पत्र के जरिए जब देविंदर सिंह का नाम सामने आया था। अफजल ने आरोप लगाया था कि डीएसपी ने उसे और उसके परिवार को उनके आदेश न मानने पर काफी प्रताड़ित किया था, लेकिन संसद हमले में इस पुलिस अधिकारी का नाम उछलने पर राज्य पुलिस और खुफिया एजेंसियों ने तमाम आरोपों को खारिज कर दिया था।