आरोपों को नकारते हुए दिंडीगुल की ए.आर.डेयरी सामने आई है. कंपनी ने कहा है कि सरकारी मान्यता प्राप्त प्रयोगशालाओं में जांच के बाद ही घी की आपूर्ति की गई थी.
नई दिल्ली: तिरुपति लड्डू में पशु वसा विवाद पर आरोपों से घिरी दिंडीगुल की ए.आर.डेयरी ने सफाई दी है. कंपनी ने कहा है कि मंदिर को दिया गया घी घटिया स्तर का था, यह आरोप गलत है. सरकारी मान्यता प्राप्त प्रयोगशालाओं में जांच के बाद ही घी की आपूर्ति की गई थी. कंपनी ने किसी भी तरह की जांच का सामना करने की तैयारी जताई है. कंपनी ने जून और जुलाई में TTD को घी की आपूर्ति की थी. इसके बाद कंपनी को ब्लैकलिस्ट कर दिया गया था.
जगन मोहन रेड्डी सरकार के कार्यकाल में तिरुपति मंदिर में लड्डू बनाने में पशु वसा के इस्तेमाल के आरोप में केंद्र ने जांच के आदेश दिए हैं. केंद्रीय खाद्य मंत्री प्रल्हाद जोशी ने कहा कि आरोपों की पूरी जांच होनी चाहिए और दोषियों को सजा मिलनी चाहिए. आंध्र प्रदेश के उपमुख्यमंत्री पवन कल्याण ने राष्ट्रीय स्तर पर सनातन धर्म रक्षा बोर्ड के गठन की मांग की है. उन्होंने कहा कि सभी मंदिरों से जुड़े मामलों की जांच यह बोर्ड करे. इस बीच, तिरुपति देवस्थानम ने मंदिर में इस्तेमाल होने वाले घी की गुणवत्ता की जांच के लिए चार सदस्यीय विशेषज्ञ समिति का गठन किया है. समिति में पशु पालन और डेयरी क्षेत्र के विशेषज्ञ शामिल हैं. समिति को एक हफ्ते के भीतर रिपोर्ट सौंपनी है.