प बंगाल में विधानसभा चुनाव से पहले राजनीतिक उठापटक जारी है। वहीं, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के सामने नाराज टीएमसी नेताओं को पार्टी में बनाए रखने की चुनौती है। इसी बीच अब टीएमसी ने नाराज चल रहीं अभिनेत्री से सांसद बनी शताब्दी रॉय को मनाने की कोशिश की है। शताब्दी रॉय को पार्टी का प्रदेश उपाध्यक्ष बनाया गया है।
कोलकाता. प बंगाल में विधानसभा चुनाव से पहले राजनीतिक उठापटक जारी है। वहीं, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के सामने नाराज टीएमसी नेताओं को पार्टी में बनाए रखने की चुनौती है। इसी बीच अब टीएमसी ने नाराज चल रहीं अभिनेत्री से सांसद बनी शताब्दी रॉय को मनाने की कोशिश की है। शताब्दी रॉय को पार्टी का प्रदेश उपाध्यक्ष बनाया गया है।
दरअसल, कुछ दिन से शताब्दी रॉय नाराज चल रही थीं। बताया जा रहा था कि भाजपा उन्हें पार्टी में शामिल करने की कोशिश में जुटी थी। जबकि शताब्दी रॉय ने फेसबुक पोस्ट में लिखा था कि वे 16 जनवरी को 2 बजे तक राजनीतिक करियर को लेकर बड़ा फैसला ले सकती हैं।
मनाने के लिए टीएमसी नेताओं ने की थी फोन पर बात
पहले कहा जा रहा था कि शतॉब्दी रॉय दिल्ली में भाजपा नेताओं से मुलाकात कर सकती हैं। हालांकि, बाद में टीएमसी नेताओं ने उनसे बात कर मनाने की कोशिश की थी। इसके बाद शतॉब्दी रॉय ने कहा था कि वे दिल्ली नहीं जा रही हैं और ना ही वे तृणमूल छोड़ रही हैं।
कौन हैं शताब्दी रॉय?
शताब्दी रॉय बंगाली सिनेमा से सियासत में आई हैं। वे 80 की दशक में बंगाली सिनेमा से जुड़ी थीं। रॉय ने टीएमसी से अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत की। वे 2009 में पहली बार टीएमसी सांसद चुनी गईं। इसके बाद वे 2014 और 2019 में भी जीतकर लोकसभा पहुंची।
भाजपा में शामिल हुए तमाम नेता
हाल ही में सुवेंदु अधिकारी समेत टीएमसी के तमाम बड़े नेता भाजपा में शामिल हुए हैं। इसके बाद से टीएमसी अपने नाराज नेताओं को मनाने में जुटी है। ताकि पार्टी में विधानसभा चुनाव से पहले और सेंधमारी ना हो सके।