देवी काली पर महुआ मोइत्रा द्वारा दिए गए बयान को बीजेपी ने पश्चिम बंगाल में मुद्दा बनाया है। टीएमसी ने बयान को निजी विचार बताते हुए पल्ला झाड़ दिया है जबकि महुआ ने बीजेपी को चैलेंज करते हुए खुद को गलत साबित करने को कहा है।
नई दिल्ली। तृणमूल कांग्रेस (TMC) की महुआ मोइत्रा (Mahua Moitra) मां काली (Goddess Kali)पर दिए गए अपने बयान पर बीजेपी (BJP) को चुनौती दी है। महुआ मोइत्रा ने भारतीय जनता पार्टी पर पलटवार करते हुए कहा कि उन्होंने सोच समझ कर बयान दिया था और अपनी बातों पर कायम हैं, बीजेपी उनके बयान को गलत साबित करे। दरअसल, महुआ मोइत्रा ने मां काली को मांस खाने वाली और मदिरापान को स्वीकार करने वाली देवी बताया था।
बीजेपी करे मुझे गलत साबित
महुआ मोइत्रा ने कहा कि भाजपा मेरे धर्म के एक अखंड, पितृसत्तात्मक, ब्राह्मणवादी, उत्तर भारतीय विचार को थोपने की कोशिश कर रही है। उन्होंने एक विशेष साक्षात्कार में एक मीडिया हाउस को बताया कि मैं बीजेपी को मुझे गलत साबित करने की चुनौती देती हूं। बंगाल में जहां भी वे मामला दर्ज करते हैं, वहां 5 किमी के भीतर एक काली मंदिर होगा जहां देवी की पूजा की जाती है।
उज्जैन के कालभैरव मंदिर और असम के कामाख्या मंदिर का हवाला देते हुए उन्होंने दोनों राज्यों की भाजपा सरकारों को उनके विरोध में हलफनामा दाखिल करने की चुनौती दी। उसके खिलाफ दर्ज पुलिस मामलों में से एक भोपाल में है।
महुआ मोइत्रा की किस टिप्पणी पर मचा बवाल
मोइत्रा ने कहा था कि उन्हें एक व्यक्ति के रूप में देवी काली को मांस खाने वाली और शराब स्वीकार करने वाली देवी के रूप में कल्पना करने का पूरा अधिकार है क्योंकि प्रत्येक व्यक्ति को अपने तरीके से भगवान की पूजा करने का अधिकार है। महुआ मोइत्रा की टिप्पणी के बाद बीजेपी खेमा उनके माध्यम से टीएमसी को घेरने में लग गया। पश्चिम बंगाल में बीजेपी ने ममता बनर्जी सरकार पर कई गंभीर आरोप लगाए साथ ही महुआ मोइत्रा को गिरफ्तार करने की मांग की है।
बीजेपी पैगंबर से ध्यान हटाने के लिए यह कर रही
47 वर्षीय तृणमूल नेता महुआ मोइत्रा ने कहा कि पैगंबर मोहम्मद पर नूपुर शर्मा की टिप्पणी पर विवाद से ध्यान हटाने के लिए यह सिर्फ भाजपा की योजना थी। उन्होंने कहा कि अंतर यह है कि नूपुर शर्मा ने पैगंबर को बदनाम किया। मैंने देवी काली को सेलीब्रेट किया।
टीएमसी को अनफॉलो किया महुआ मोइत्रा ने
उधर, मोइत्रा की पार्टी, बंगाल की सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस ने विवाद से खुद को दूर कर लिया है। टीएमसी ने कहा कि काली पर की गई महुआ मोइत्रा की टिप्पणी से पार्टी का कोई लेना देना नहीं है। यह उनके निजी विचार है। पार्टी ने ट्वीट किया कि अखिल भारतीय तृणमूल कांग्रेस इस तरह की टिप्पणियों की कड़ी निंदा करती है। हालांकि, पार्टी के बयान के बाद महुआ मोइत्रा ने टीएमसी के ट्वीटर हैंडल को अनफॉलो कर दिया। इस मामले के बारे में पूछे जाने पर, महुआ मोइत्रा ने कहा कि वह पार्टी और बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की एक वफादार सिपाही थीं और वह उनके साथ इसका समाधान करेंगी।
यह भी पढ़ें:
इलैया राजा, पीटी उषा के अलावा किस क्षेत्र से किसको राज्यसभा के लिए किया गया नामित, देखिए पूरी लिस्ट