गलवान में हिंसक झड़प के बाद भारत और चीन विवाद चरम पर है। ऐसे में भारत के लोग लगातार चीनी सामान के बायकाट और चीन के साथ व्यापार बंद करने की मांग कर रहे हैं। अगर भारत चीन के साथ व्यापार बंद करता है तो करीब 75 अरब डॉलर का नुकसान पहुंचा सकता है।
नई दिल्ली. गलवान में हिंसक झड़प के बाद भारत और चीन विवाद चरम पर है। ऐसे में भारत के लोग लगातार चीनी सामान के बायकाट और चीन के साथ व्यापार बंद करने की मांग कर रहे हैं। अगर भारत चीन के साथ व्यापार बंद करता है तो करीब 75 अरब डॉलर (करीब 5.7 लाख करोड़ रुपए) का नुकसान पहुंचा सकता है। जबकि भारत को चीन की तुलना में सिर्फ 18 अरब डॉलर का नुकसान उठाना पड़ेगा। इसके अलावा भारत के व्यापारिक रिश्ते खत्म करने से चीन भी घुटनों के बल आ जाएगा।
चीन के सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, 2019 में भारत ने जितना सामान चीना को बेचा है, उससे चार गुना अधिक खरीदा है। यानी चीन के लिए भारत एक बड़ा बाजार है। चीन और भारत के बीच 2019 में 92.68 अरब डॉलर का व्यापार हुआ है। 2018 में यह 95.7 अरब डॉलर रहा है। भारत ने 2019 में चीन को 18 अरब डॉलर का माल बेचा। जबकि 75 अरब डॉलर का माल खरीदा।
इन तीन क्षेत्रों में होती है चीन से सबसे ज्यादा खरीद
वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय एक्सपोर्ट एंड इंपोर्ट डाटा बैंक के मुताबिक, भारत ने चीन से सबसे इलेक्ट्र्रिक उपकरण (20.63 अरब डॉलर), परमाणु रिएक्टर (13.4 अरब डॉलर), रसायन (8.6 अरब डॉलर) का आयात किया जाता है। जबकि भारत ने ऑर्गनिक रसायन (3.25 अरब डॉलर), खनिज ईंधन (2.86 अरब डॉलर), कपास (1.79 अरब डॉलर) का सबसे ज्यादा निर्यात किया है।
चीन पर कितना निर्भर है भारत
सेक्टर | भारत की निर्भरता (आयात) |
सोलर पैनल | 75% |
फार्मा बल्क ड्रग्स | 69% |
कंज्यूमर ड्यूरेबल्स | 45% |
पेस्टीसाइड | 50% टेक्निकल इनपुट चीन से आते हैं |
यूरिया | 10% |
प्लास्टिक | 44% |
लेदर | 38% |
सेरोमिक्स | 37% |
ऑटो कंपोनेंट | 18% |
टायर | 30% |
पेपर | 17% |
स्टील | 17% |
इन सेक्टर में भारत करता है निर्यात
सेक्टर | चीन को निर्यात |
डायमंड | 36% |
पेट्रोकेमिकल्स | 34% |
कॉटन यार्न | 27% |
सीफूड | 22% |
एल्युमीनियम | 1% |
रेडिमेड गारमेंट | 1% |
लंबी अवधि को ध्यान में रखकर उठाए जा सकते हैं कदम
भारत चीन के साथ तुरंत व्यापार बंद नहीं कर सकता। इसकी वजह ये है कि भारत के उद्योग भी चीन पर निर्भर हैं। ऐसे में घर चीन से आयात कम किया जाता है तो इन पर बुरा असर पड़ सकता है। ऐसे में भारत लंबी अवधि को ध्यान में रखकर कदम उठा सकती है।
व्यापार बंद करने से पहले खोजने होंगे विकल्प
भारत के उद्योग चीन से आयतित सामानों पर निर्भर हैं। ऐसे में आयात बंद करने से पहले इन उद्योगों के लिए वैकल्पिक आपूर्ति खोजनी होगी। चीन से आयात बंद होने से सबसे ज्यादा ऑयल एंड गैस, फार्मा, ऑटो, कंज्यूमर ड्यूरेब्ल्स, आईटी सर्विस और केमिकल सेक्टर प्रभावित होंगे। भारत मोबाइल हैंडसेट, टीवी सेट और कुछ अन्य इलेक्ट्रॉनिक उत्पादों के मामले में भी चीन पर निर्भर है। ऐसे में भारत को चीन से निर्भरता कम करनी होगी और इनका विकल्प खोजना होगा।
भारत में चीन की टॉप कंपनियां
Xiaomi, Volvo, Oppo, Vivo, Oneplus, Huawei, Motorola, honor, TCL भारत में चीन की टॉप कंपनियां हैं। ऑटोमोबाइल सेक्टर में भी चीन ने भारत में 40% तक निवेश किया है। इसके अलावा UC Browser, Tik Tok, Vigo Video, Pubg, WeChat, Whatscall, CM Browser जैसे मोबाइल ऐप भी भारत में खूब फेमस हैं।