देश में अग्निपथ योजना को लेकर बवाल चल रहा है। छात्र इसका जमकर विरोध कर रहे हैं। इसी बीच टीवीएस मोटर कंपनी के एमडी ने इस योजना को देश के लिए बेहतर बताया है।
नई दिल्लीः पूरे देश में अग्निपथ योजना (Agneepath Scheme 2022) को लेकर बवाल जारी है। कहीं युवाओं ने रेलवे ट्रैक जाम कर दिया है, जिससे ट्रेनें प्रभावित हैं तो कहीं सड़क पर बैठ आवाजाही ही रोक दी है। कहीं-कहीं तो युवाओं ने बैरिकेड्स तोड़ दिए हैं और पथराव भी किया है। कोई इस योजना को बेहतर कह रहे हैं और छात्र लगातार उग्र प्रदर्शन कर रहे हैं। इसी बीच टीवीएस मोटर कंपनी के एमडी सुदर्शन वेणु ने शुक्रवार को अग्निपथ योजना को बेहतर करार दिया है। उन्होंने कहा, 'अग्निपथ योजना का समाज पर पॉजीटिव इंपैक्ट पड़ेगा और राष्ट्र निर्माण में बहुत योगदान देगा। आने वाले वर्षों में इकोनॉमिक ग्रोथ को आगे बढ़ाने और समाज को मजबूत करने में अग्निवीर महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।
आर्मी चीफ ने की बड़ी घोषणा
इस बीच इंडियन आर्मी ने भी बड़ी घोषणा कि है। आर्मी चीफ मनोज पांडे ने घोषणा करते हुए कहा- कि पहले अग्निवीरों की ट्रेनिंग दिसबंर 2022 में शुरू हो जाएंगी और उनकी एक्टिव सर्विस 2023 से शुरू होगी। बता दें कि अभी तक सेंट्रल की तरफ से अग्निपथ स्कीम के तहत भर्ती की प्रक्रिया को लेकर कोई घोषणा नहीं की गई है। उन्होंने कहा, जल्द ही भर्ती प्रक्रिया शुरू होने वाली है। अगले दो दिनों के भीतर आधिकारिक वेबसाइट पर एक अधिसूचना जारी की जाएगी। उसके बाद हमारे सेना भर्ती संगठन रिजस्ट्रेशन और रैली का विस्तृत कार्यक्रम घोषित करेंगे। बता दें कि इससे पहले अग्निपथ स्कीम के तहत भर्ती के लिए अधिकत आयु 21 साल तय की गई थी। लेकिन अब उसे बड़ा कर 23 साल कर दिया गया है। इस योजना के तहत उन्हीं युवाओं को लाभ मिलेगा जिनके पास 10वीं और 12वीं की परीक्षा पास की होगी।
हाई अलर्ट पर बिहार पुलिस
अग्निपथ स्कीम के विरोध को देखते हुए पुलिस अलर्ट हो गई है। युवाओं के साथ शुक्रवार को कई संगठनों ने भी विरोध का ऐलान किया है। इसमें कई विपक्षी पार्टियां भी शामिल हैं। इसे देखते हुए पुलिस मुख्यालय ने सभी जिलों को अलर्ट कर दिया है। जहां ज्यादा बवाल की आशंका है, वहां लगातार नजर रखी जा रही है। पुलिस-प्रशासन हर स्थिति से निपटने के लिए तैयार है। बता दें कि युवा अग्निपथ स्कीम को लेकर काफी बवाल मचा रहे हैं। क्योंकि दो साल पहले 2020 से आर्मी में भर्ती की कई परीक्षाएं हुईं। उन परीक्षाओं में किसी छात्र का मेडिकल तो किसी का रिटेन बाकी है। ऐसे में नई स्कीम आने से सभी अभ्यर्थियों की योग्यता एक झटके में रद्द हो गई। पहले जो नौकरी स्थायी हुआ करती थी, वो अब सिर्फ चार साल की होगी। लिहाजा सरकारी नौकरी का सपना संजोए युवाओं को बड़ा झटका लगा है। ऐसे में युवा सरकार का विरोध करने लगे हैं।
नए नियम से युवा नाराज
सेना भर्ती अभ्यर्थियों का कहना है कि साल 2021 में सेना में बहाली हुई थी। तब बिहार में मुजफ्फरपुर समेत आठ जिलों में बड़ी संख्या में युवा इसमें शामिल हुए थे। फिजिकल एग्जाम पास करने के बाद उनका मेडिकल हुआ। फिर जिन अभ्यर्थियों का मेडिकल निकल गया, वे एक साल से लिखित परीक्षा का इंतजार कर रहे हैं लेकिन अब तक यह परीक्षा नहीं हुई। ऐसे में सरकार अब नया नियम बना रही है।
75 फीसदी अग्निवीरों का क्या होगा?
युवाओं का कहना है कि नए नियम के अनुसार चार साल पूरे होने के बाद 25 प्रतिशत अग्निवीरों को स्थायी काडर में शामिल कर लिया जाएगा लेकिन बाकी के 75 फीसदी अग्निवीरों का क्या होगा? सरकार की तरफ से उन्हें 12 लाख रुपए सेवा निधी तो जरुर मिलेगी लेकिन क्या ये जीवन गुजारने के लिए काफी होगा? क्या उनके पास दूसरी नौकरी का भी विकल्प होगा? बता दें कि सेना में जितनी भी भर्तियां होंगी, वो अग्निपथ स्कीम के तहत ही की जाएंगी। पुराने मेडिकल या फिजकल टेस्ट को नहीं माना जाएगा। युवाओं को भर्ती के लिए अग्निपथ स्कीम के तहत ही आवेदन करना होगा।
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