
जयपुर. राजस्थान के उदयपुर में एक टेलर की हत्या ने राजस्थान सरकार को कठघरे में खड़ा कर दिया है। राजस्थान के उदयपुर में मंगलवार दोपहर एक टेलर कन्हैयालाल(Udaipur Tailor Kanhaiya Lal Murder) की बर्बरता से हुई हत्या के मामले में अशोक गहलोत सरकार और कानून व्यवस्था पर उंगुलियां उठने लगी हैं। मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने भी tweet करके एक बड़ा सवाल खड़ा किया है। बता दें कि इस मामले का आतंकवादी घटना मानते हुए नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी(NIA) जांच करेगी। यह मामला नुपूर शर्मा के समर्थन में सोशल मीडिया पोस्ट से जुड़ा है। नुपूर शर्मा पर आरोप है कि उन्होंने पैगंबर मोहम्मद को लेकर गलत बयान दिया था। मृतक ने नूपूर के समर्थन में एक पोस्ट की थी। आरोपी इसी से गुस्से में थे। जानिए दिग्विजय सिंह ने tweet में क्या लिखा...
दिग्विजय सिंह ने अशोक गहलोत के tweet पर दिया जवाब
दिग्विजय सिंह ने लिखा-
अशोक जी,जैसा बताया जा रहा है कि पुलिस थाने में शिकायत दर्ज होने के बाद भी पुलिस ने कार्रवाई नहीं की। यदि यह सही है तो मुझे पूरा विश्वास है कि आप संबंधित पुलिस कर्मियों के खिलाफ सख़्त कार्रवाई करेंगे।
2/n@ashokgehlot51 @INCIndia
अशोक गहलोत ने एक tweet किया था-"अगर हम लोग कुछ बोलते हैं, अपील करते हैं तो फर्क पड़ता है, पीएम बोलते हैं तब ज्यादा फर्क पड़ता है। मेरा मानना है कि पीएम को पूरे देश को संबोधित करना चाहिए। अपील करनी चाहिए कि हम किसी कीमत पर हिंसा को बर्दाश्त नहीं करेंगे और प्रेम-भाईचारे से रहो सब आपस में, ये कहने में क्या हर्ज है।"
इस tweet पर भी दिग्विजय सिंह ने रिप्लाई किया-"मेरी दोनों पक्षों के लोगों से अपील है कि वे धार्मिक उन्माद से नफ़रत फैलाना बंद करें। यही हिंसा को जन्म देता है। यह देश हम सब का है। सभी मिल जुल कर शांति स्थापित करें।शांति के वातावरण में ही देश तरक़्क़ी करेगा।"
पढ़िए पूरा मामला, आखिर टेलर की हत्या के पीछे क्या है कहानी
कन्हैयालाल की हत्या के बाद राजस्थान शहर में हिंसा के छिटपुट मामले सामने आए हैं। इसके बाद कुछ जगहों पर कर्फ्यू लगाया गया है। वहीं, पूरे राज्य में एक महीने के लिए धारा 144 लागू की गई है। यानी भीड़ इकट्ठी नहीं हो सकेगी। अगले 24 घंटों के लिए मोबाइल इंटरनेट सेवाएं सस्पेंड हैं। उदयपुर शहर के सात थाना क्षेत्रों में रात आठ बजे अगले आदेश तक कर्फ्यू रहेगा।
इस बीच आक्रोशित लोगों ने हाथीपोल इलाके में दो मोटरसाइकिलों को आग लगा दी। हालांकि पुलिस ने उन्हें खदेड़ दिया। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने NIA की एक टीम को उदयपुर भेजा है। राजस्थान पुलिस ने रियाज अख्तरी और गौस मोहम्मद के रूप में पहचाने गए दोनो आरोपियों की गिरफ्तारी के तुरंत बाद एक विशेष जांच दल (SIT) की भी घोषणा की है। एक वीडियो क्लिप में आरोपी अख्तरी कहते सुना गया कि उसने उस व्यक्ति(कन्हैया) का सिर काट दिया है। आरोपी औ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी धमकी देते सुने गए।
हमलावर कस्टमर बनकर कन्हैया लाल की धान मंडी स्थित दुकान में घुसे थे। जैसे ही दर्जी ने नाप लिया, अख्तरी ने उस पर चाकू से हमला किया, जिससे उसकी गर्दन लगभग कट गई। दूसरे व्यक्ति ने अपने मोबाइल फोन से घटना का वीडियो बनाया। बाद में ये दोनों मौके से फरार हो गए और बाद में इस क्लिप को सोशल मीडिया पर अपलोड कर दिया।
आरोपियों ने 17 जून को भी एक और भड़काऊ वीडियो रिकॉर्ड किया गया था, जिसमें अख्तरी ने कहा कि जिस दिन वह हत्या को अंजाम देगा, वीडियो पोस्ट कर देगा। पुलिस सूत्रों ने कहा कि अख्तरी एक स्थानीय मस्जिद में काम करता है और दूसरा हमलावर किराने की दुकान चलाता है। सोशल मीडिया पर हत्या का वीडियो वायरल होते ही इलाके में तनाव बढ़ गया। दुकानदारों ने शटर गिरा दिए और भीड़ ने पथराव किया। दो मोटरसाइकिलों में आग लगा दी। कई घंटों तक दुकानदारों ने पुलिस को शव ले जाने से यह कहते हुए रोक दिया कि वे हत्यारों की गिरफ्तारी और पीड़ित परिवार को 50 लाख रुपये और सरकारी नौकरी देने के बाद ही लाश को हटाने की अनुमति देंगे। बाद में वे अधिकारियों द्वारा दिए गए आश्वासनों पर सहमत हुए।
ट्विटर पर सीएम अशोक गहलोत ने शांत रहने की अपील की और लोगों से वीडियो शेयर नहीं करने को कहा। उन्होंने जोधपुर में मीडिया से कहा कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। पूरी पुलिस टीम इस पर पूरी सतर्कता के साथ काम कर रही है। हत्या को लेकर लोगों में जो गुस्सा है, उसकी मैं कल्पना कर सकता हूं। हम नियमानुसार कार्रवाई कर रहे हैं। स्पेशल ऑपरेशंस ग्रुप के एडीजी अशोक राठौर की निगरानी में चार सदस्यीय पुलिस SIT को मामले की जांच के लिए कहा गया है। आतंकवाद निरोधी दस्ते के महानिरीक्षक प्रफुल्ल कुमार भी टीम का हिस्सा हैं।
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने राजस्थान की कांग्रेस सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि हत्या उसकी तुष्टीकरण नीति का नतीजा है। उन्होंने कहा कि वीडियो में दिख रहे लोगों ने 17 जून को पीड़िता को धमकी दी थी। उन्होंने दावा किया कि पीड़िता ने सुरक्षा मांगी थी लेकिन पुलिस ने नहीं दी। पीपुल्स यूनियन फॉर सिविल लिबर्टीज (पीयूसीएल) की राज्य इकाई ने भी यही दावा किया है। विपक्ष के नेता गुलाब चंद कटारिया ने भी घटना की निंदा की।
AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने घटना की निंदा करते हुए कहा कि दोषियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए।
कन्हैयालाल को कंट्रोवर्सियल पोस्ट पर गिरफ्तार किया गया था
इस मामले में उदयपुर के धानमंडी थाने के एक एएसआई को लापरवाही बरतने के आरोप में सस्पेंड कर दिया गया है। उदयपुर के IG हिंगलाज दान ने बताया कि हत्या के बाद धन मंडी थाने में तैनात एएसआई भंवर लाल को लापरवाही बरतने के आरोप में निलंबित कर दिया गया है। एएसआई ने कन्हैया लाल द्वारा धमकी भरे कॉल को लेकर लापरवाही बरती थी। ADG पुलिस (कानून व्यवस्था) हवा सिंह घूमरिया ने कहा कि कन्हैया लाल के खिलाफ 11 जून को सोशल मीडिया पर एक विवादास्पद पोस्ट शेयर करने पर FIR दर्ज की गई थी। उसे गिरफ्तार किया गया था। 15 जून को जब वह जमानत पर था, तब उसने पुलिस को बताया कि उसे धमकी भरे फोन आ रहे हैं। स्थानीय एसएचओ ने दोनों समुदायों के कुछ लोगों को थाने बुलाया और मामला सुलझा लिया था।
केरल के मुख्यमंत्री ने दिया ये बयान
केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने हत्या का निंदा की है। उन्होंने सभी से शांति बनाए रखने की अपील करते हुए अधिकारियों से दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग उठाई है। विजयन ने एक tweet करके लिखा कि उदयपुर में बर्बर हत्या की कड़ी निंदा करें। अधिकारियों से अनुरोध है कि जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करें। इस तरह के जघन्य अपराध केवल हमारे सौहार्दपूर्ण जीवन को बिगाड़ने का काम करेंगे। सभी से शांति और शांति बनाए रखने और कानून को अपना काम करने की अपील करते हैं।
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