तमिलनाडु के मंत्री उदयनिधि स्टालिन को कर्नाटक हाईकोर्ट का समन, सनातन धर्म पर की थी विवादित टिप्पणी

डीएमके नेता उदयनिधि स्टालिन को कर्नाटक हाईकोर्ट ने समन भेजा है।

Dheerendra Gopal | Published : Feb 2, 2024 1:44 PM IST / Updated: Feb 02 2024, 10:50 PM IST

Sanatana Dharma remark: सनातन धर्म पर विवादित टिप्पणी करने वाले तमिलनाडु सरकार के मंत्री उदयनिधि स्टाालिन की मुश्किलें बढ़ती दिख रही है। डीएमके नेता उदयनिधि स्टालिन को कर्नाटक हाईकोर्ट ने समन भेजा है। राज्य के मंत्री उदयनिधि स्टालिन को चार मार्च को कोर्ट में पेश होना होगा। 

उदयनिधि स्टालिन कौन हैं?

उदयनिधि स्टालिन, तमिलनाडु में डीएमके सरकार के मंत्री हैं। वह डीएमके सुप्रीमो और राज्य के सीएम एमके स्टालिन के बेटे हैं। राज्य के दिग्गज नेता रहे एम करुणानिधि परिवार के राजनीतिक उत्तराधिकारी के रूप में वह राजनीति में सक्रिय हैं।

क्या था उदयनिधि स्टालिन का सनातन धर्म पर बयान?

बीते साल 2023 में दो सितंबर को तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बेटे उदयनिधि स्टालिन ने एक सेमिनार में सनातन धर्म को लेकर जो बयान दिया था। उदयनिधि के बयान के बाद हिंदूवादी संगठनों और बीजेपी ने जमकर हमला बोला था। उदयनिधि स्टालिन ने डेंगू और मलेरिया जैसी बीमारियों से सनातन धर्म की तुलना की थी और कहा था कि इसके विरोध की नहीं बल्कि सफाये की जरूरत है।

'सनातन उन्मूलन सम्मेलन' में बोलते हुए उदयनिधि स्टालिन ने कहा कि सनातन धर्म सामाजिक न्याय और समानता के खिलाफ है। उन्होंने कहा, "कुछ चीजों का विरोध नहीं किया जा सकता, इन्हें सिर्फ समाप्त किया जाना चाहिए। हम डेंगू, मच्छड़ों, मलेरिया और कोरोना का विरोध नहीं कर सकते। हमें इसे समाप्त करना होगा। इसी तरह हमें सनातन को भी मिटाना होगा।"

स्टालिन ने बयान को तोड़-मरोड़ कर पेश करने का लगाया था आरोप

सनातन धर्म पर की गई टिप्पणी पर विरोधियों के हमले के बाद उदयनिधि स्टालिन ने एक कार्यकर्ता सम्मेलन में सफाई देते हुए अपने स्पीच को तोड़-मरोड़ कर पेश करने का आरोप लगाया था। उदयनिधि ने कहा था कि बीजेपी ने उनकी स्पीच को तोड़-मरोड़ कर पेश किया। स्टालिन ने कहा कि बीजेपी ने यहां तक कहा कि मैं सनातन धर्म का पालन करने वालों का नरसंहार करना चाहता हूं, जो कि मैंने कहा ही नहीं। स्टालिन ने कहा कि मैंने चेन्नई में करीब 3 मिनट का कांफ्रेंस अटेंड किया था और मैंने कहा था कि सभी को एक बराबर समझना चाहिए, छोटा या बड़ा नहीं। मैंने कहा कि गैर बराबरी को खत्म किया जाना चाहिए लेकिन बीजेपी ने इस बयान को ट्विस्ट करके सबके सामने रखा।

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