संयोग अच्छा था कि कुछ ही मिनट पहले एक बारातियों से भरी एक बस उधर से गुजरी थी। बस में कम से कम 65 लोग सवार थे।
हैदराबाद: तेलंगाना के पेद्दापल्ली में एक निर्माणाधीन पुल का एक हिस्सा सोमवार की रात में ढह गया। तेज हवाओं के चलने के दौरान पुल का हिस्सा ढह गया। करीब 100 फीट की दूरी पर स्थित दो खंभों के बीच के पांच में से दो कंक्रीट गार्डर रात में गिर गए। लोगों का कहना है कि बचे तीन अन्य भी जल्द ढह जाएंगे। संयोग अच्छा था कि कुछ ही मिनट पहले एक बारातियों से भरी एक बस उधर से गुजरी थी। बस में कम से कम 65 लोग सवार थे।
कई शहरों की दूरी कम करने के लिए बन रहा था पुल
मनेर नदी पर पेद्दापल्ली क्षेत्र में लगभग एक किलोमीटर लंबा पुल बनाया जाना था। इस पुल के निर्माण का उद्धाटन साल 2016 में तेलंगाना के तत्कालीन विधानसभा अध्यख एस मधुसूदन चारी और स्थानीय विधायक पुट्टा मधु ने किया था। इस पुल के निर्माण खातिर उस समय करीब 49 करोड़ रुपये मंजूर किए गए थे। अगर यह पुल बनकर तैयार हो जाता तो यह तीन शहरों मंथनी, परकल और जम्मीकुंटा के बीच की दूरी करीब 50 किलोमीटर तक कम कर देगा। यह पुल भूपालपल्ली में तेकुमातला मंडल में गार्मिलापल्लू को पेद्दापल्ली में ओडेडेडु से जोड़ने के लिए था। लेकिन 8 साल में यह पुल पूरा नहीं हो सका।
8 साल में पुल नहीं हो सका पूरा
स्थानीय लोगों की मानें तो पुल के शिलान्यास के बाद काम तेजी से शुरू हुआ। लेकिन एक-दो साल में ही पुल बनाने वाले ठेकेदार ने काम बंद कर दिया। उसने कमीशन का दबाव बनाए जाने का आरोप लगाया। उधर, पुल का काम ठप होने के बाद ठेकेदार का बकाया भुगतान विभाग ने नहीं किया।
निर्माणाधीन पुल क्षेत्र के ओडेडु गांव के सरपंच रहे सिरिकोंडा बक्का राव ने बताया कि उसी ठेकेदार ने वेमुलावाड़ा में एक पुल बनाया था जो 2021 में भारी बारिश के दौरान बह गया था। उन्होंने कहा कि पेद्दापल्ली क्षेत्र के ग्रामीण बीते पांच साल से पुल के नीचे मिट्टी बिछाकर किसी तरह आ जा रह रहे हैं। पुल बनने की आस भी खत्म होती जा रही है। एक अन्य लोकल संदीप राव ने कहा कि देरी की वजह से परियोजना की लागत बढ़ा दी गई। पिछले साल 60 फीसदी काम पूरा हुए बिना ही अनुमानित लागत में 11 करोड़ रुपये और जोड़ दिए गए।
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