अब तक देश में 1 लाख 86 हजार 906 सैंपल लिए गए, इनमें 4.3% यानी 7953 कोरोना पॉजिटिव निकले: ICMR

भारत में कोरोना संक्रमण के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च के मुताबिक भारत में अब तक कोरोना के 1 लाख 86 हजार 906 सैंपल लिए गए। इसमें से 4.3% यानी 7953 कोरोना पॉजिटिव निकले हैं। 

Asianet News Hindi | Published : Apr 12, 2020 10:50 AM IST / Updated: Apr 12 2020, 05:01 PM IST

नई दिल्ली. भारत में कोरोना संक्रमण के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च के मुताबिक भारत में अब तक कोरोना के 1 लाख 86 हजार 906 सैंपल लिए गए। इसमें से 4.3% यानी 7953 कोरोना पॉजिटिव निकले हैं। आईसीएमआर के मुताबिक, पिछले पांच दिनों से हर रोज औसत 15747 लोगों के टेस्ट लिए जा रहे हैं, इनमें औसत 584 लोग पॉजिटिव निकल रहे हैं।

स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने बताया, आज तक 8356 मामले देशभर में पाए गए हैं, कल से आज तक 909 नए मामले सामने आए हैं। अभी तक 273 मौत दर्ज की गई हैं। कुल 716 मामले ठीक हो चुके हैं। 29 मार्च को भारत में संक्रमण के 979 केस थे। इनमें से 20% को आईसीयू की जरूरत थी। अब तक 1671 मरीजों को ऑक्सीजन सपोर्ट और गंभीर चिकित्सा की जरूरत पड़ी है। यह आंकड़े यह बताने के लिए काफी जरूरी हैं कि सरकार पहले से तैयारी कर रही है। 

पहले से कर रहे तैयारी
उन्होंने बताया, जब हमें 9 अप्रैल को 1100 बेड की जरूरत थी, तब हमारे पास 85 हजार बेड थे। आज जब हमें 1671 बेड की जरूरत है, तब हमारे पास 601 अस्पतालों में 1 लाख 5 हजार बेड हैं। हेल्थ मंत्रालय ने बताया, रेलवे के 20 हजार कोचों को आइसोलेशन वार्ड बनाना है। पहले चरण में 5000  कोच आइसोलेशन वार्ड में तब्दील हो चुके हैं।

'जरूरी सामानों को डोर टू डोर पहुंचा रहीं राज्य सरकारें'
गृह मंत्रालय की संयुक्त सचिव पुण्य सलिला श्रीवास्तव ने बताया, राज्य सरकारें हॉटस्पाट वाले इलाकों में जरूरी सामानों को डोर टू डोर पहुंचाने के लिए काम कर रही है, जिससे लोग बाहर ना निकलें। वालंटियर और सिविल सोसाइटी के लोग भी इस काम में मदद कर रहे हैं। जरूरी सामान्यों को पहुंचाने की स्थिति सामान्य है। सिविल एविएशन, रेलवे और कंज्यूमर अफेयर्स साथ मिलकर काम कर रहे हैं, जिससे राज्यों तक सभी जरूरी सेवाएं पहुंच सकें।

कोरोना की कोई वैक्सीन नहीं- आईसीएमआर
आईसीएमआर के डॉ मनोज मुखर्जी ने कहा, कोरोना की कम से कम 40 दवाइयां बनाई जा रही हैं। लेकिन अभी तक कोई भी अगली स्टेज तक नहीं पहुंच पाई। इसका मतलब है कि अभी तक कोई वैक्सीन नहीं बन पाई। 

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