कोरोना के चलते पूरी दुनिया भारत के सामने नतमस्तक; जो उड़ाते थे मजाक, आज लगा रहे मदद की गुहार

कोरोना वायरस का कहर दुनियाभर के 200 से ज्यादा देशों पर है। अब तक 1 लाख 8 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। अमेरिका, ब्रिटेन, इटली, फ्रांस, स्पेन जैसे शक्तिशाली देशों में इस महामारी से हाहाकार मचा है। वहीं, भारत में भी कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ रहे हैं। 

Asianet News Hindi | Published : Apr 12, 2020 7:30 AM IST / Updated: Apr 12 2020, 02:39 PM IST

नई दिल्ली. कोरोना वायरस का कहर दुनियाभर के 200 से ज्यादा देशों पर है। अब तक 1 लाख 8 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। अमेरिका, ब्रिटेन, इटली, फ्रांस, स्पेन जैसे शक्तिशाली देशों में इस महामारी से हाहाकार मचा है। वहीं, भारत में भी कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ रहे हैं। हालांकि, अभी स्थिति काबू में है। वहीं, अमेरिका, ब्राजील जैसे देश भारत से मदद की गुहार लगा रहे हैं।  

1892 में जब कॉलरा फैला तो अमेरिका ने वहां रहने वाले सभी आप्रवासियों को क्वारंटाइन में भेज दिया। आज स्थिति उलट है। अमेरिका में ज्यादातर लोग क्वारंटाइन हैं। वहीं, अमेरिका के राष्ट्रपति हाइड्रोक्लोरोक्वीन दवा के लिए गुहार लगा रहे हैं। अमेरिका ही नहीं ब्राजील जैसे देश भी भारत से इस दवा के लिए गुहार लगा रहे हैं। अमेरिका , इजरायल, मलेशिया, ब्राजील समेत 30 देशों ने भारत से यह दवा मांगी है। माना जा रहा है कि यह दवा कोरोना के खिलाफ जंग में गेम चेंजर साबित हो सकती है। 

आज दुनिया हुई नतमस्तक 
पश्चिमी देश हमेशा से भारत की संस्कृति और सभ्यता को लेकर मजाक बनाते रहे हैं। लेकिन आज यही देश भारत से सीखने की कोशिश में नतमस्तक हैं। कोरोना के संकट के वक्त पूरे दुनिया ने भारत के अभिवादन के तरीके को अपना लिया है। ब्रिटेन, इजरायल जैसे देश के नेता भी आज नमस्ते करने में संकोच नहीं कर रहे हैं। पश्चिमी देशों को यह बात समझ आ गई है कि हाथ मिलाने से संक्रमण फैलने का खतरा है, ऐसे में नमस्‍ते सबसे अच्छा तरीका है। 

कोरोना को हल्के में लेने की भूल की कीमत चुका रहे
कोरोना का चीन में सबसे पहला मामला दिसंबर में सामने आया था। अमेरिका, ब्रिटेन, इटली, स्पेन और जर्मनी पर चीन से सीख लेने के लिए दो महीने का वक्त था। लेकिन इन देशों ने कोरोना को काफी हल्के में लिया। यहां कई हजार मामले सामने आने के बाद भी लॉकडाउन जैसा कदम नहीं उठाया गया। वहीं, भारत ने कोरोना की शुरुआत के वक्त ही 25 मार्च को पूरे देश में लॉकडाउन का ऐलान कर दिया। नतीजा ये हुआ कि आज इन देशों में हजारों लोगों की मौत हो चुकी है। स्थिति इन देशों के हाथ से भी निकल चुकी है।
 
भारत की हो रही तारीफ
कोरोना के खिलाफ जंग में भारत अहम भूमिका निभा रहा है। कोरोना से निपटने के लिए भारत द्वारा उठाए जा रहे कदमों की विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी तारीफ की है। भारत ने जो कदम उठाए हैं, दुनिया के अन्य देश भी इससे सीख ले रहे हैं। यहां तक की ब्राजील के राष्ट्रपति ने भारत को हनुमान बताते हुए मदद की गुहार लगाई। 

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