केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने सदन को बताया कि पिछले कुछ वर्षों के दौरान भारत सरकार ने कौशल विकास और विशाल नेटवर्क बनाने पर ज्यादा जोर दिया है। इन कौशल विकास कार्यक्रमों की वजह से भारी संख्या में युवाओं को कौशल प्रदान किया गया है।
Parliament Winter session 2022: संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान सोमवार को काफी महत्वपूर्ण मुद्दों पर बहस हुई। देश की सुरक्षा से लेकर रोजगार और कौशल विकास तक के मुद्दे इस दौरान उठाए गए। पूर्व केंद्रीय मंत्री व कांग्रेस सांसद शशि थरूर के एक सवाल पर जवाब देते हुए केंद्रीय कौशल विकास एवं उद्यमिता राज्यमंत्री राजीव चंद्रशेखर ने सोमवार को कहा कि स्किल डेवलपमेंट प्रोग्राम (कौशल विकास कार्यक्रम) उद्योगों की मांग के अनुसार ही तैयार किए जाते हैं।
सेक्टर स्किल काउंसिल की एडवाइज से तैयार होते हैं प्रोग्राम्स
केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने सदन को बताया कि पिछले कुछ वर्षों के दौरान भारत सरकार ने कौशल विकास और विशाल नेटवर्क बनाने पर ज्यादा जोर दिया है। इन कौशल विकास कार्यक्रमों की वजह से भारी संख्या में युवाओं को कौशल प्रदान किया गया है। बता दें कि राजीव चंद्रशेखर इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी राज्यमंत्री भी हैं। उन्होंने बताया कि स्किल डेवलपमेंट प्रोग्राम (कौशल विकास कार्यक्रम) पूर्ण रूप से सेक्टर स्किल काउंसिल के परामर्श से तैयार किए जाते हैं जो निश्चित तौर पर उद्योग के लिए सेतु का काम करती है। उन्होंने जानकारी दी कि कौशाल विकास कार्यक्रमों पूरी तरह से उद्योगों की मांग से प्रेरित होते हैं जिसकी वजह से अधिक से अधिक युवाओं को इससे लाभ मिल रहा है।
शशि थरूर ने लोकसभा में कौशल विकास पर पूछा था प्रश्न
कांग्रेस सदस्य शशि थरूर जानना चाहते थे कि क्या सरकार बाजार की मांग के अनुसार कौशल प्रशिक्षण प्रदान करती है ताकि नौकरी के इच्छुक लोगों को काम मिल सके।
गांव से लेकर शहरों तक को ध्यान में रखकर तैयार हो रहे कार्यक्रम
लोकसभा में कांग्रेस सांसद श्री शशि थरूर के सवालों का जवाब देते हुए राज्यमंत्री राजीव चंद्रशेखर ने बताया कि कौशल विकास कार्यक्रम दिल्ली में तैयार होते हैं और ये कार्यक्रम राज्यों, नगरों, गावों और पंचायतों में संचालित होते हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि कौशल विकास कार्यक्रम पूरी तरह उद्योग की मांग से प्रेरित होते हैं। उन्होंने यह भी बताया कि सरकार इन कार्यक्रमों को क्षेत्र, गांव और शहरों को ध्यान में रखकर तैयार करती है ताकि युवाओं का भविष्य संवारा जा सके और अधिक से अधिक इससे लाभान्वित हो सकें।
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