रायबरेली के पास 28 जुलाई को एक्सीडेंट हुआ था। इसमें पीड़िता की चाची और मौसी की मौत हो गई थी, जबकि वकील गंभीर रूप से घायल हो गए थे।
लखनऊ। हादसे के बाद पांचवें दिन भी उन्नाव दुष्कर्म पीड़िता की हालत नाजुक बनी हुई है। उसे लखनऊ के एक अस्पताल के आईसीयू में भर्ती कराया गया है। डॉक्टरों के मुताबिक हादसे के बाद पीड़िता के शरीर में 6 जगह फ्रैक्चर हुआ और उसका 3 यूनिट से ज्यादा खून बह चुका है। वह अब भी जिंदगी और मौत के बीच जूझ रही है। पीड़िता के शरीर का दाहिना हिस्सा ज्यादा डैमेज हुआ है। जबड़ा, कोहनी, कूल्हे की हड्डी और पैर की हड्डी में फ्रैक्चर है। उसे बचाने की हरसंभव कोशिश की जा रही है। 1 अगस्त को उसे वेंटीलेटर से हटाया था, लेकिन वापस वेंटीलेटर पर लाना पड़ा। बता दें कि एक्सीडेंट के बाद से पीड़िता को होश नहीं आया है।
कब हुआ था हादसा...
रायबरेली के पास 28 जुलाई को एक्सीडेंट हुआ था। इसमें पीड़िता की चाची और मौसी की मौत हो गई थी, जबकि वकील गंभीर रूप से घायल हो गए थे। सुप्रीम कोर्ट ने मामले से जुड़े सभी केसों को दिल्ली ट्रांसफर करने के निर्देश दिए हैं। हादसे का केस जांच पूरी होने के बाद ट्रांसफर किया जाएगा। कोर्ट ने पीड़िता के परिवार को सुरक्षा मुहैया कराए जाने के ऑर्डर भी दिए हैं।
विधायक कुलदीप सेंगर पर है दुष्कर्म का आरोप
आरोप है कि विधायक कुलदीप सेंगर और अन्य ने नौकरी दिलाने के बहाने पीड़िता से 2017 में सामूहिक दुष्कर्म किया था। बाद में पीड़िता के पिता की पुलिस हिरासत में मौत हो गई। आरोप है कि उसके पिता से विधायक ने ही मारपीट की थी। पिता की मौत के बाद पीड़िता ने लखनऊ में मुख्यमंत्री आवास के सामने आत्मदाह की कोशिश की थी। इसके बाद एसआईटी को जांच सौंपी गई थी। अभी जांच सीबीआई के पास है। बीते बुधवार को बीजेपी ने विधायक सेंगर को पार्टी से निष्कासित कर दिया है। सेंगर फिलहाल सीतापुर जेल में है।