कोरोना में अनाथ हुए बच्चों के लिए आगे आए भाजपा शासित राज्य, अरुणाचल से उप्र तक हुए ये बड़े ऐलान

कोरोना महामारी के चलते अनाथ हुए बच्चों के लिए मोदी सरकार ने शनिवार को कई बड़े ऐलान किए। केंद्र सरकार के ऐलान के बाद उत्तर प्रदेश, अरुणाचल प्रदेश, कर्नाटक, हरियाणा ने भी अनाथ बच्चों की जिम्मेदारी उठाने का ऐलान किया है। 

Asianet News Hindi | Published : May 29, 2021 4:28 PM IST

नई दिल्ली. कोरोना महामारी के चलते अनाथ हुए बच्चों के लिए मोदी सरकार ने शनिवार को कई बड़े ऐलान किए। केंद्र सरकार के ऐलान के बाद उत्तर प्रदेश, अरुणाचल प्रदेश, कर्नाटक, हरियाणा ने भी अनाथ बच्चों की जिम्मेदारी उठाने का ऐलान किया है। दरअसल, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने भाजपा-एनडीए शासित राज्यों से मोदी सरकार के 7 साल पूरे होने पर महामारी में अनाथ हुए बच्चों की जिम्मेदारी उठाने की अपील की थी। आईए जानते हैं किस राज्य ने क्या क्या ऐलान किया। 

उत्तर प्रदेश: योगी सरकार महामारी में अनाथ हुए बच्चों की देखभाल के लिए 4000 रुपए हर महीने देगी। इसके अलावा उनकी पूरी जिम्मेदारी भी उठाएगी। सरकार कोरोना के दौरान अनाथ हुईं बेटियों की शादी में 1.10 लाख रुपए देगी। 

योगी आदित्यनाथ ने किए ये ऐलान
- अनाथ बच्चों के पालन के लिए 4000 रुपए प्रति महीना दिया जाएगा।
- ऑनलाइन पढ़ाई के लिए ऐसे बच्चों को लैपटॉप और टैबलेट सरकार देगी।
- जिन बच्चों की उम्र 10 साल से कम है और जिनके गार्जियन नहीं हैं, उन्हें राज्य के बाल संरक्षण गृह में रखा जाएगा।  
- अनाथ हुई बेटियों की शादी में भी सरकार 1.10 लाख रुपए देगी।

कर्नाटक : कर्नाटक के सीएम बीएस येदियुरप्पा ने कोरोना में अनाथ हुए बच्चों के केयरटेकर्स या अभिभावकों को 3500 रुपए महीना देने का ऐलान किया गया। इसके अलावा जिन बच्चों के कोई अभिभावक नहीं है, उन्हें बाल सरंक्षण गृह में रखा जाएगा। 

- बच्चों को अच्छी शिक्षा के लिए उन्हें मॉडल स्कूलों में एडमिशन दिलाया जाएगा। 
- इसके अलावा अनाथ बेटियों की शादियों में 1 लाख रुपए दिया जाएगा। 
- जिन बच्चों ने 10वीं पास की है, उन्हें फ्री लैपटॉप दिया जाएगा। 21 साल की उम्र होने पर बेटियों को 1 लाख रुपए, उनकी शादी, पढ़ाई या रोजगार के लिए दिया जाएगा। 

हरियाणा: हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कोरोना में अनाथ हुए बच्चों के लिए मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना के तहत आर्थिक मदद का ऐलान किया है। इसके तहत ऐसे बच्चों को 18 साल की उम्र तक हर महीने 3500 रुपए मिलेगा। इसके अलावा उन्हें अपने खर्जों के लिए हर साल 12000 रु दिए जाएंगे। 

- इसके अलावा बाल सेवा संस्थान में रहने वाले बच्चों को हर महीने 1500 रुपए दिया जाएगा। 
- जिन बेटियों ने अपने मां बाप को खो दिया है, उन्हें कस्तुरबा गांधी बालिका विद्यालय में 12वीं तक फ्री शिक्षा दिलाई जाएगी। इसके अलावा 51000 रुपए उनके खाते में डाले जाएंगे, ये ब्याज के साथ उनकी शादी पर मिलेंगे। 

अरुणाचल: इसी तरह से अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री प्रेमा खांडू ने ऐलान किया है कि जिन बच्चों ने अपने माता पिता को खोया है, उन्हें हर महीने 2000 रुपए मिलेंगे। इसके अलावा उन्हें 1500 हर महीने अतिरिक्त मदद भी मिलेगी। 

- 10 साल से कम उम्र के बच्च, जिनका कोई अभिभावक नहीं है, उन्हें चाइल्ड केयर सेंटर्स में रखा जाएगा। उनकी फ्री शिक्षा और स्वास्थ्य की व्यवस्था की जाएगी। 
- इसके अलावा बेटियों को कस्तुरबा गांधी बालिका विद्यालय में फ्री शिक्षा की व्यवस्था की जाएगी। 
- कॉलेज में दाखिला लेने वाले बच्चों को फ्री लैपटॉप या टैबलेट की व्यवस्था की जाएगी।  

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