सतीश शर्मा और जितिन प्रसाद बाढ़ पीड़ितों को राहत सामग्री वितरित करने के लिए रामनगर तहसील के हेतमापुर गांव में थे और मंदिर में प्रार्थना करने के लिए रुके थे।
बाराबंकी: तमिलनाडु के बाद अब यूपी के मंत्री सतीश शर्मा विवादों में घिर गए हैं। मंत्री का शिवलिंग में हाथ धोने का वीडियो वायरल होने के बाद कांग्रेस और समाजवादी पार्टी ने बीजेपी पर हमला बोला है। मंत्री का वीडियो वायरल होने के बाद सोशल मीडिया पर भी उनकी जमकर आलोचना हो रही है।
दरअसल, यूपी के खाद्य और नागरिक आपूर्ति राज्यमंत्री सतीश शर्मा बाराबंकी के लोधेश्वर महादेव मंदिर में पूजा करने पहुंचे थे। पूजा करने के बाद वह शिवलिंग में हाथ धोते हुए नजर आ रहे हैं। कांग्रेस और समाजवादी पार्टी ने सनातन धर्म का अपमान करने के लिए मंत्री के इस्तीफे की मांग की है। हालांकि, सतीश शर्मा ने आरोपों का खंडन करते हुए कहा कि उन्होंने कुछ भी गलत नहीं किया और अगर वह गलत होते तो पुजारी ने उन्हें रोक दिया होता।
क्या कहा पुजारी ने?
मंदिर के पुजारी आदित्य तिवारी ने कहा कि मंत्री के हाथ में प्रसाद था इसलिए उन्होंने उन्हें शिवलिंग के अर्घा में धोने में मदद की। पुजारी ने कहा कि पूजा करने के बाद मंत्री सतीश शर्मा चंदन और अन्य चीजें हाथ में लिए हुए थे। जब उन्होंने हाथ धोने के लिए कहा तो उन्होंने शिवलिंग के बगल में हाथ धो लिया क्योंकि यह 'प्रसाद' के रूप में था। इसमें कुछ भी गलत नहीं है।
27 अगस्त को जितिन प्रसाद के साथ मंदिर में पहुंचे थे सतीश शर्मा
बीते 27 अगस्त को यूपी सरकार के मंत्री सतीश शर्मा, पीडब्ल्यूडी मंत्री जितिन प्रसाद के साथ लोधेश्वर महादेव मंदिर में पहुंचे थे। यहां उन्होंने पूजा अर्चना किया। दरअसल, सतीश शर्मा और जितिन प्रसाद बाढ़ पीड़ितों को राहत सामग्री वितरित करने के लिए रामनगर तहसील के हेतमापुर गांव में थे और मंदिर में प्रार्थना करने के लिए रुके थे।
कांग्रेस बोली-सनातन धर्म का अपमान
यूपी कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय ने कहा कि मंत्री को पता होना चाहिए कि वह क्या कर रहे हैं। क्या हम जल चढ़ाते और श्रद्धांजलि देते समय हाथ धोएंगे? मंत्री ने सनातन धर्म का अपमान किया है। कांग्रेस नेता सुरेंद्र राजपूत ने कहा कि सतीश शर्मा ने भगवान शिव का अपमान किया है और उन्हें बर्खास्त किया जाना चाहिए। शिवलिंग के 'अर्घा' में हाथ धोना एक अधर्म कार्य है। केवल वे लोग ही ऐसा कर सकते हैं जिन्हें सनातन धर्म की परवाह नहीं है। भाजपा मंत्री ने भगवान शिव का अपमान किया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को इस धर्म विरोधी कृत्य के लिए उन्हें बर्खास्त करना चाहिए।
पूर्व एमएलसी ने कहा-अधर्मी मंत्री को करें बर्खास्त
समाजवादी पार्टी के नेता और पूर्व एमएलसी सुनील सिंह साजन ने कहा कि अगर नेता किसी और जाति से होते तो बीजेपी अब तक उन्हें बाहर कर चुकी होती। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इस 'अधर्मी' मंत्री को कब निष्कासित करेंगे? यह भाजपा का असली चरित्र है। पहले वे धर्म के नाम पर वोट मांगेंगे और फिर ऐसी चीजें करेंगे।
मंत्री बोले-विपक्ष बेवजह दे रहा तूल
मंत्री सतीश शर्मा ने कहा कि विपक्ष इस मामले को बेवजह तूल दे रहा है। मैं एक सनातनी शिवभक्त हूं। मैं अच्छी तरह जानता हूं कि क्या सही है और क्या गलत है। विपक्ष इस मुद्दे को बेवजह तूल दे रहा है। मैंने वही किया जो मुझे सही लगा। मेरा इरादा किसी को ठेस पहुंचाना नहीं था। अगर मैं गलत होता तो पुजारी ने मेरे हाथ नहीं धोए होते।
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