श्रद्धा वालकर(जिसे वॉकर कहा जा रहा है) हत्याकांड के आरोपी आफताब अमीन पूनावाला को आज(22 नवंबर) को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये साकेत कोर्ट में पेश किया गया। उसने हत्या करना कबूल किया, लेकिन यह भी कहा कि घटना को इतना समय हो गया है कि ठीक से कुछ याद नहीं।
नई दिल्ली. श्रद्धा वालकर(जिसे वॉकर कहा जा रहा है) हत्याकांड(horrific Shraddha Walker murder case) के आरोपी आफताब अमीन पूनावाला को आज(22 नवंबर) को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये साकेत कोर्ट में पेश किया गया। इस दौरान आफताब के चेहरे पर जरा-सी भी सिकन नहीं दिखाई दी। उसने हत्या करना कबूल किया, लेकिन यह भी कहा कि घटना को इतना समय हो गया है कि ठीक से कुछ याद नहीं।
बता दें कि श्रद्धा वाकर की आफताब अमीन पूनावाला ने कथित तौर पर 18 मई को गला दबाकर हत्या कर दी थी। फिर उसके शरीर के 35 टुकड़े करके दिल्ली के छतरपुर इलाके में जंगल में फेंक दिए थे। उधर, दिल्ली हाई कोर्ट ने इस मामले की जांच को पुलिस से सीबीआई को ट्रांसफर करने की मांग वाली याचिका खारिज कर दी है। कोर्ट ने तर्क दिया कि दलील पर विचार करने का एक भी अच्छा कारण नहीं मिल सका है। कोर्ट ने याचिका याचिकाकर्ता पर जुर्माना भी लगाया। पढ़िए ताजा अपडेट...
लिव इन पार्टनर श्रद्धा की जघन्य तरीके से हत्या करने वाले सनकी प्रेम आफताब ने साकेत कोर्ट के सामने अपना जुर्म कबूल किया। आफताब ने कहा कि उसने जो किया; वो गलती से किया। गुस्से में आकर उसने श्रद्धा का मर्डर किया। हालांकि उसने कहा कि वो पुलिस की जांच में पूरा सहयोग कर रहा है। आफताब ने कहा "मैंने पुलिस सब बता दिया है कि कहां श्रद्धा की लाश के टुकड़े फेंके थे। अब इतना समय हो गया है कि मैं बहुत कुछ भूल गया हूं।" आफताब ने सारे सवालों के जवाब अंग्रेजी में दिए। पुलिस की पूछताछ में भी वो अंग्रेजी ही बोलता है। इस बीच कोर्ट ने दिल्ली पुलिस की मांग पर आफताब की रिमांड चार दिन और बढ़ा दी है। पुलिस ने कहा था कि उसे जंगलों में सर्च ऑपरेशन चलाना है, जहां लाश के टुकड़े फेंके गए थे। पुलिस का आरोप है कि आफताब जांच को भटका रहा है। वह लगातार अपने बयानों बदल रहा है।
17 नवंबर को एक लोअर कोर्ट ने पुलिस को आरोपी से अपनी हिरासत में 5 और दिनों तक पूछताछ करने की अनुमति दी थी। वहीं, एक अन्य जज ने फोरेंसिक प्रक्रिया से गुजरने की सहमति के बाद सनसनीखेज मामले को सुलझाने के लिए उसके नार्को टेस्ट( narco analysis test) की भी अनुमति दी थी। दिल्ली पुलिस की पूछताछ में खुलासा हुआ कि आफताब पूनावाला ने 18 मई को श्रद्धा की हत्या की और बाद में उसके शव को ठिकाने लगाने की योजना बनाने लगा। उसने पुलिस को बताया कि उसने मानव शरीर रचना(human anatomy) के बारे में पढ़ा था, जिससे उसे श्रद्धा के बॉडी को काटने का हैवानियतभरा आइडिया आया। पुलिस ने बताया कि आफताब ने Google पर सर्च करने के बाद कुछ केमिकल से फर्श से खून के धब्बे साफ किए और दाग लगे कपड़ों को डिस्पोज कर दिया। उसने शव को बाथरूम में शिफ्ट कर दिया और पास की एक दुकान से फ्रिज खरीद लिया। बाद में उसने शव के छोटे-छोटे टुकड़े कर फ्रिज में रख दिए।
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