अमेरिका के उप राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार दलीप सिंह ने कहा है कि चीन अगर एलएसी पर हमला करता है तो रूस भारत को बचाने के लिए नहीं आएगा। चीन पर रूस की निर्भरता बढ़ रही है।
नई दिल्ली। भारत दौरे पर आए अमेरिका के उप राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) दलीप सिंह (Daleep Singh) ने कहा है कि चीन अगर एलएसी (Line of Actual Control) पर हमला करता है तो रूस बचाने नहीं आएगा। दलीप सिंह ने कहा कि चीन रूस पर जितना लाभ हासिल कर रहा है यह भारत के लिए उतना ही कम अनुकूल है। मुझे नहीं लगता कि कोई भी विश्वास करेगा कि चीन एक बार फिर वास्तविक नियंत्रण रेखा का उल्लंघन करता है तो रूस भारत की रक्षा के लिए आएगा।
अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंधों पर अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने प्रशासन के अहम अधिकारी दलीप सिंह ने विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला के साथ बैठक के बाद यह टिप्पणी की। व्हाइट हाउस के एक प्रवक्ता ने दलीप सिंह की भारत यात्रा का जिक्र करते हुए कहा कि अंतरराष्ट्रीय अर्थशास्त्र के उप राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार दलीप सिंह ने अपने समकक्षों के साथ वास्तव में अच्छी चर्चा की थी। मुझे पता है कि बातचीत उपयोगी थी। बता दें कि बाइडेन प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी की यात्रा यूके के विदेश सचिव लिज ट्रस और जर्मन विदेश और सुरक्षा नीति सलाहकार जेन्स प्लॉटनर सहित कई हाई-प्रोफाइल यात्राओं के साथ हुई।
कौन हैं दलीप सिंह?
दलीप सिंह अंतरराष्ट्रीय अर्थशास्त्र के उप राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार और बाइडेन प्रशासन में राष्ट्रीय आर्थिक परिषद के उप निदेशक हैं। वह आपूर्ति श्रृंखला के लचीलेपन से लेकर आर्थिक शासन और भ्रष्टाचार विरोधी मुद्दों पर बाइडेन प्रशासन की नीति निर्माण का समन्वय करते हैं। ओबामा के वर्षों के दौरान सिंह अंतरराष्ट्रीय मामलों के लिए ट्रेजरी के उप सहायक सचिव और वित्तीय बाजारों के लिए ट्रेजरी के कार्यवाहक सहायक सचिव थे।
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बाइडेन प्रशासन में अपने कार्यकाल से पहले दलीप सिंह न्यूयॉर्क फेडरल रिजर्व में कार्यकारी उपाध्यक्ष और मार्केट्स ग्रुप के प्रमुख थे। 46 वर्षीय दलीप सिंह को बाइडेन प्रशासन में प्रतिबंधों पर 'बिंदु व्यक्ति' कहा जाता है। उन्हें यूक्रेन के आक्रमण के प्रतिशोध के रूप में अमेरिका और उसके यूरोपीय सहयोगियों द्वारा रूस के खिलाफ लगाए गए आर्थिक प्रतिबंधों के वास्तुकार के रूप में भी देखा जा रहा है।
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