उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद के इंदिरापुरम में पति और उसकी दो पत्नियों ने संदिग्ध परिस्थितियों में अपने अपार्टमेंट से छलांग लगा दी। जिसमें दोनों पत्नियों की मौत हो गई थी। इसके पहले दंपति ने अपने बच्चों को भी मौत के घाट उतार दिया।
गाजियाबाद. उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद के इंदिरापुरम में पति और उसकी दो पत्नियों ने संदिग्ध परिस्थितियों में अपने अपार्टमेंट से छलांग लगा दी। जिसमें एक पत्नी और पति की मौत हो गई है। जबकि दूसरी महिला गंभीर रूप से घायल हो गई थी जिसकी उपचार के दौरान मौत हो गई। जानकारी के मुताबिक वैभव खंड के अपार्टमेंट की आठवीं मंजिल से पति और उसकी दोनों पत्नियां कूद गईं। कूदने से पहले पति और दोनों पत्नियों ने अपने दोनों बच्चों का गला भी दबा दिया था। पुलिस का कहना है कि घरेलू कलह और पैसे की तंगी होने से आत्महत्या की गई है। फिलहाल मामले की जांच की जा रही है।
तीन लोगों ने लगाई थी छलांग
वैभव खंड में दिल दहला देने वाली इस घटना के बाद पुलिस मौके पर पहुंच गई है। शव का पंचनामा कर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है। घटना मंगलवार सुबह 5 बजे की है। अपार्टमेंट के गार्ड ने पुलिस को इस घटना की जानकारी दी। वैभव खंड के कृष्णा सफायर अपार्टमेंट में रहने वाले तीन लोगों ने छलांग लगाई थी. मौके पर पहुंची पुलिस ने घटनास्थल पर एक पुरुष और दो महिलाओं को पाया।
एक साथ अंतिम संस्कार की जताई इच्छा
घटना की सूचना पर पहुंची पुलिस मामले की जांच कर रही है। इस दौरान पुलिस के हाथ सुसाइड नोट हाथ लगा है। बताया जा रहा कि सुसाइड नोट में आत्महत्या करने से पूर्व पति और दोनों पत्नियों ने एक साथ अंतिम संस्कार किए जाने की इच्छा जताई है। इसके साथ ही आर्थिक तंगी को ही अपने मौत की वजह भी बताई है। हालांकि पुलिस इस मामले की जांच कर रही है।
पहले दोनों बच्चों का घोंटा गला
गाजियाबाद के एसएसपी सुधीर कुमार ने बताया कि मामला कृष्णा अपरा सफायर के फ्लैट नंबर A-805 का है। यहां रह रहे एक पुरुष और दो महिलाओं ने आत्महत्या की नीयत से अपार्टमेंट की आठवीं मंजिल से छलांग लगा दी। जिससे इनमें से दो की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि एक महिला की इलाज के दौरान अस्पताल में मौत हुई। उन्होंने बताया कि फ्लैट खोलकर देखा गया तो अंदर दो बच्चों के शव पड़े थे। इनमें से एक लड़का है जिसकी उम्र करीब 12 साल है जबकि दूसरा शव लड़की की है जिसकी उम्र लगभग 11 साल है। घर की दीवार पर सुसाइड नोट लिखा है। जिससे ये पता चल रहा है कि आर्थिक तंगी की वजह से यह कदम उठाया गया है। ये परिवार एक महीने पहले ही यहां रहने आया था। परिवार मूलतः दिल्ली का रहने वाला है।