Uttarakhand Election: राहुल गांधी बोले- BJP सरकार हटेगी, तभी आएगा रोजगार, सिर्फ मार्केटिंग करते हैं PM मोदी
उत्तराखंड (Uttrakhand) में जल्द ही विधानसभा चुनाव (Assembly Election 2022) होने जा रहे हैं। ऐसे में भाजपा (BJP) के बाद अब कांग्रेस (Congress) ने चुनावी प्रचार अभियान का बिगुल फूंकने की तैयारी कर ली है। पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) गुरुवार को देहरादून (Dehradun) के परेड ग्राउंड में एक विशाल जनसभा की। इस रैली को‘विजय सम्मान रैली’ (Vijay Samman Rally) नाम दिया गया है।
Asianet News Hindi | Published : Dec 16, 2021 4:51 AM IST / Updated: Dec 16 2021, 03:20 PM IST
देहरादून। उत्तराखंड (Uttrakhand) में जल्द ही विधानसभा चुनाव (Assembly Election 2022) होने जा रहे हैं। ऐसे में भाजपा (BJP) के बाद अब कांग्रेस (Congress) ने चुनावी प्रचार अभियान का बिगुल फूंकने की तैयारी कर ली है। पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) गुरुवार को देहरादून (Dehradun) पहुंच गए हैं। वे यहां परेड ग्राउंड में एक विशाल जनसभा की। इस रैली को‘विजय सम्मान रैली’ (Vijay Samman Rally) नाम दिया गया है। राहुल गांधी ने यहां जनसभा से पहले जनरल बिपिन रावत को पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। इसके बाद पूर्व सैनिकों को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। उन्होंने बिपिन रावत, उनकी पत्नी और सेना के जवानों की मृत्यु पर शोक व्यक्त किया। राहुल ने अपनी यादें साझा की और कहा कि जब मैं छोटा था, देहरादून के दून स्कूल में पढ़ा करता था। मैं यहां आपके साथ दो तीन साल रहा। आपने उस समय मुझे बहुत प्यार दिया।
Rahul Gandhi Dehradun Rally Updates
Latest Videos
राहुल गांधी ने संबोधन में कहा- शायद मेरे परिवार का और उत्तराखंड का गहरा रिश्ता है। मुझे वो दिन याद आया जब 31 अक्टूबर को मेरी दादी इस देश के लिए शहीद हुईं थी। फिर मुझे 21 मई का दिन याद आया, जिस दिन मेरे पिता इस देश के लिए शहीद हो गए। मेरा और आपका कुर्बानी का रिश्ता है। जो कुर्बानी के उत्तराखंड के हजारों परिवारों ने दी है। वही कुर्बानी मेरे परिवार ने दी है। जिन लोगों ने अपनों को खोया है, वह इस रिश्ते को अच्छी तरह समझेंगे। जो सेना में हैं उन्हें यह बात गहराई से समझ आएगी।
आज देश को बांटा जा रहा है, कमजोर किया जा रहा है। एक भाई को दूसरे भाई से लड़ाया जा रहा है। पूरी सरकार दो तीन पूंजीपतियों के लिए चलाई जा रही है। काले कानून, किसानों के खिलाफ उनकी मदद नहीं उन्हें खत्म करने को बनाए गए थे। किसान न डरे और न पीछे हटे। जिसके एक साल बाद प्रधानमंत्री हाथ जोड़कर कहते दिखे कि गलती हो गई, माफी मांगता हूं। जो 700 किसान शहीद हुए, उनके बारे में भाजपा के नेता सदन में कहते हैं कि किसी की मृत्यु नहीं हुई। पंजाब सरकार ने 400 किसानों को मुआवजा दिया, लेकिन केंद्र सरकार ने नहीं दिया। हिंदुस्तान के किसानों की आमदनी उनसे छीनी जा रही थी।
नोटबंदी के बाद गलत जीएसटी, उसके बाद कोरोना के समय हिंदुस्तान के सबसे बड़े उद्योगपति को टैक्स माफ, लेकिन मजदूरों को बस या ट्रेन का टिकट नहीं दिया। चाहे नोटबंदी हो या जीएसटी या कोरोना में सरकार के एक्शन... ये तीनों काम हिंदुस्तान के किसानों, छोटे कारोबारियों पर कुछ बड़े पूंजीपतियों के आक्रमण हैं।
जो लोग आपको रोजगार दे सकते हैं, उन छोटे कारोबारियों, व्यापारियों को भाजपा ने खत्म कर दिया। मोदी केवल पूंजीपतियों की नीतियों को चला रहे हैं। जब तक केंद्र से भाजपा की सरकार नहीं हटेगी, तब तक रोजगार नहीं मिलेगा। देश की आर्थिक शक्ति को भाजपा नष्ट कर रही है।
ये मत सोचिए कि हिंदुस्तान मजबूत हो रहा है। हेलीकॉप्टर, हवाई जहाज, तोप से देश मजबूत नहीं होता। देश मजबूत तब होता है, जब देश का नागरिक मजबूत होता है। जब देश में जनता बिना डरे बोल सके, तब मजबूत होता है। बांग्लादेश लड़ाई के समय देश मजबूत था। सेना और सरकार के बीच मे मजबूत रिश्ता था। हिंदुस्तान की अर्थव्यवस्था मजबूत थी। इसीलिए पाकिस्तान को 13 दिन में हराया। आज वह समय नहीं है। मीडिया वाले जितना भी कह लें। हवाई जहाज, टैंक से देश मजबूत नहीं होता। मैं वो दिन कभी नहीं भूल सकता जब मुझे स्कूल में बताया गया कि इंदिरा गांधी को 32 गोलियां लगी हैं। ऐसे ही बताया कि आपके पापा शहीद हो गए।
आज दिल्ली में विजय दिवस कार्यक्रम में इंदिरा गांधी का नाम तक नहीं है। जिस महिला ने देश के लिए 32 गोलियां खाई...क्योंकि सच्चाई से मोदी सरकार डरती है। आपके सामने सबसे बड़ी समस्या बेरोजगारी की है। आपके लोग पलायन करते हैं। दूसरी मुश्किल महंगाई है। यह क्यों है? इंटरनेशनल मार्केट में तेल के दाम गिरते जा रहे हैं। दुनिया में सबसे ज्यादा टैक्स हिंदुस्तान में है। नरेंद्र मोदी ने 10 लाख करोड़ रुपए आपसे छीनकर करोड़पतियों का कर्ज माफ किया है। आपकी जेब से जो पैसा निकल रहा है, वह देश के चंद अरबपतियों की जेब में जा रहा है, क्योंकि वो नरेंद्र मोदी की मार्केटिंग करते हैं।
गंगा में बहुत लोगों ने स्नान किया, लेकिन ऐसा लगता है कि हिंदुस्तान में केवल एक ही व्यक्ति ने गंगा स्नान किया है। वहां योगी जी को परमिशन नहीं दी, बाकी का तो छोड़ो। नरेंद्र मोदी एक ही हिंदुस्तानी हैं जो गंगा में स्नान कर सकते हैं। रोजगार उत्तराखंड में तब आएगा जब छोटे व्यापारियों की मदद होगी। दो-तीन पूंजीपतियों को पूरा धन देने से उत्तराखंड आगे नहीं जा सकता। कहा कि जब हमारी सरकार आएगी तो किसानों की मदद होगी, रोजगार देगी, कानून बनाएगी लेकिन किसानों के लिए बनाएगी।
राहुल गांधी की रैली में सीडीएस जनरल बिपिन रावत का कटआउट भी प्रमुखता से लगाया गया है। इसके साथ ही हेलीकॉप्टर हादसे में शहीद हुए सभी सैनिकों, अधिकारियों और जनरल रावत की पत्नी का श्रद्धांजलि देते हुए होर्डिंग भी लगाया गया है।
पूर्व सैनिकों को मंच पर स्थान दिया गया है। रैली में कपकोट विधानसभा से महिलाएं अपने पारंपरिक वेशभूषा में पहुंचीं। परेड ग्राउंड में कलाकार पारंपरिक परिधान पहने पहुंचे हैं।
रैली में एक लाख भीड़ आने का दावा बताया जा रहा है कि कांग्रेस कार्यकर्ताओं का उत्साह इस रैली को लेकर चरम पर है और कई जिलों से हजारों की संख्या में समर्थक देहरादून पहुंच रहे हैं। उत्तराखंड में कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष भुवन कापड़ी ने दावा किया कि राहुल गांधी की रैली में रिकॉर्ड समर्थक आएंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 4 दिसंबर की रैली में मौजूद समर्थकों से दोगुनी संख्या रहेगी। कापड़ी ने कहा कि उत्तराखंड की जनता बेरोजगारी, महंगाई जैसी समस्याओं से त्रस्त है इसलिए कांग्रेस की तरफ उम्मीद भरी निगाहों से देख रही है, इसी के चलते परेड ग्राउंड की इस रैली के मंच से पूरे उत्तराखंड में परिवर्तन का संदेश जाएगा। कांग्रेस ने इस रैली में भीड़ जुटाने के लिए जिला स्तर पर जिम्मेदारियां सौंपी हैं।
हरिद्वार से 7000 समर्थकों की भीड़ का दावा रैली के लिए कांग्रेस ने 50 हजार से 1 लाख समर्थकों की भीड़ जुटाने का लक्ष्य रखा है और दावा भी किया है। वे हेलिकॉप्टर से जौलीग्रांट एयरपोर्ट पहुंचे। यहां से रैली स्थल के लिए रवाना हुए। पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत पारंपरिक ढोल-नगाड़ों के साथ सम्मान रैली में परेड ग्राउंड पहुंचे। इस दौरान उनके समर्थक भी साथ रहे।कांग्रेस नेत्री ज्योति खंडेलवाल को राहुल गांधी की रैली को लेकर हरिद्वार में 2 विधानसभाओं का प्रभारी बनाकर भेजा गया है। खंडेलवाल ने दावा किया कि उनके यहां से 7 हजार की संख्या में समर्थक जनसभा में पहुंचेंगे। इनमें महिलाओं की संख्या भी खासी होगी। खंडेलवाल ने कहा कि राहुल गांधी की रैली उत्तराखंड की भाजपा सरकार के पतन का आधार बनेगी।
जानिए राहुल गांधी का कार्यक्रम... बांग्लादेश निर्माण के युद्ध में भारत की पाकिस्तान पर ऐतिहासिक विजय की 50वीं वर्षगांठ पर ये रैली आयोजित की जा रही है। इसमें पूर्व सैनिकों और शहीद सैनिकों के परिजनों को प्रियदर्शनी सैन्य सम्मान देकर सम्मानित किया जाएगा। उत्तराखंड में चुनाव से पहले राहुल का ये पहला दौरा होगा। राहुल इस रैली से पार्टी का चुनावी शंखनाद करेंगे। राहुल की इस रैली को पीएम मोदी की रैली के जवाब के तौर पर देखा जा रहा है। राहुल यहां कार्यक्रम स्थल पर पहुंचकर सैनिकों का सम्मान करेंगे और 1971 के युद्ध की यादों के आधार पर सजाई गई प्रदर्शनियों और वीथिकाओं का अवलोकन करेंगे। पूर्व सैनिकों के परिवारों का सम्मान करेंगे और उसके बाद जनसभा को संबोधित करेंगे। देहरादून में राहुल का पूरा कार्यक्रम करीब डेढ़ घंटे का रहेगा।