
Uttarkashi Cloudburst: उत्तराखंड में मंगलवार काफी अमंगलकारी रहा। उत्तरकाशी के धराली इलाका में बादल फटने से भारी तबाही मची। इस हादसा में कम से कम चार लोगों की मौत हो गई। इस वजह से 40-50 लोग घायल हैं। पहाड़ों से सैलाब बनकर आई तबाही ने नदी किनारे सैकड़ों घरों-बिल्डिंग्स को बहा दिया।
धाराली क्षेत्र में बादल फटने (Cloudburst) से भारी तबाही का मंजर देखने वाले कुछ लोगों ने बताया कि घटनास्थल पर मलबे और पानी का बहाव इतनी तेजी से आया कि कई घर इसकी चपेट में आ गए। घर-गाड़ी-पेड़ सब तिनके की तरह पानी के बहाव के साथ बह गए।
इस बीच, भारतीय सेना के जवान भी घटनास्थल से लगभग 4 किमी दूर स्थित हर्षिल आर्मी कैंप से सक्रिय हुए। सेना के अनुसार, अब तक 15-20 लोगों को सुरक्षित निकाला जा चुका है और घायलों का इलाज हर्षिल स्थित आर्मी मेडिकल सेंटर में किया जा रहा है।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से फोन पर बात कर स्थिति की जानकारी ली और तुरंत राहत कार्यों को तेज करने के निर्देश दिए। उन्होंने बताया कि धाराली (उत्तरकाशी) में आई फ्लैश फ्लड की घटना को लेकर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री से बात कर स्थिति की जानकारी ली है। ITBP की तीन और NDRF की चार टीमें घटनास्थल के लिए रवाना की गई हैं।
गृह मंत्रालय की निगरानी में ITBP और NDRF की टीमें तेजी से राहत अभियान चला रही हैं। ITBP की 16-सदस्यीय टीम पहले ही धाराली पहुंच चुकी है, जबकि 12वीं बटालियन की एक और टीम माटली से रवाना की गई है।
NDRF ने बताया कि उसकी तीन टीमें — मनेरा, बाटकोट और देहरादून से घटनास्थल के लिए भेजी गई हैं। इसके अलावा शास्त्रधार हवाई पट्टी पर दो टीमें एयरलिफ्ट के लिए तैयार हैं।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस घटना पर शोक जताते हुए कहा कि धाराली क्षेत्र (उत्तरकाशी) में बादल फटने से हुई भारी क्षति की खबर अत्यंत दुःखद है। SDRF, NDRF, जिला प्रशासन और अन्य टीमें राहत एवं बचाव कार्यों में युद्ध स्तर पर जुटी हुई हैं। मैं ईश्वर से सभी की कुशलता की प्रार्थना करता हूं।