डॉक्टर को इंसाफ दिलाने के पीछे इस IPS का हाथ, 2008 में तेजाब कांड के 3 दोषियों का किया था यही हाल

हैदराबाद में महिला डॉक्टर के साथ दरिंदगी करने वाले चारों आरोपी के एनकाउंटर की खबर सुनकर हर तरफ तेलंगाना पुलिस की तारीफ हो रही है। पुलिस के मुताबिक,  यह एनकाउंटर उस वक्त हुआ जब शुक्रवार सुबह पुलिस आरोपियों को घटना वाली जगह ले गई थी। 

Asianet News Hindi | Published : Dec 6, 2019 3:53 AM IST

हैदराबाद. हैदराबाद में महिला डॉक्टर के साथ दरिंदगी करने वाले चारों आरोपी के एनकाउंटर की खबर सुनकर हर तरफ तेलंगाना पुलिस की तारीफ हो रही है। पुलिस के मुताबिक,  यह एनकाउंटर उस वक्त हुआ जब शुक्रवार सुबह पुलिस आरोपियों को घटना वाली जगह ले गई थी। इसी दौरान चारों आरोपियों ने भागने की कोशिश की। पुलिस की जवाबी कार्रवाई में चारों आरोपी मारे गए।

स्थानीय मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, इस एनकाउंटर के पीछे आईपीएस वीसी सज्जनर  का हाथ बताया जा रहा है। सज्जनर इस वक्त साइबराबाद पुलिस कमिश्नर हैं। ऐसा पहला मौका नहीं है जब दरिंदगी के आरोपियों का एनकाउंटर हुआ हो। इससे पहले 2008 में भी सज्जनर के वारंगल में एसपी रहते पुलिस ने दो लड़कियों पर तेजाब फेंकने वाले तीन आरोपियों का एनकाउंटर किया था।

06 दिसंबर 2019:
27 नवंबर को हैदराबाद से 27 साल की महिला डॉक्टर के साथ गैंगरेप के बाद हत्या का मामला सामने आया था। डॉक्टर का शव 28 नवंबर को जला हुआ मिला था। इस मामले में पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार किया था। पुलिस शुक्रवार यानी 6 दिसंबर को सभी आरोपियों को जांच के लिए घटनास्थल पर ले गई थी। तभी आरोपियों ने भागने की कोशिश की। पुलिस एनकाउंटर में चारों आरोपी मारे गए। 

दिसंबर 2008:
आंध्रप्रदेश के वारंगल में दिसंबर 2008 को दो लड़कियों पर तेजाब फेंकने की घटना ने सभी को चौंका दिया था। पुलिस ने घटना से चार दिन बाद आरोपियों को गिरफ्तार किया था। उस वक्त जब पुलिस थोड़ी देर बाद तीनों आरोपियों को घटनास्थल ले गई तो आरोपियों ने पुलिस पर हमला कर भागने की कोशिश की। इस दौरान पुलिस की जवाबी कार्रवाई में तीन आरोपी, पी हरिकृष्णा, बी संजय, श्रीनिवास राव मारे गए थे। 

Share this article
click me!