देश में कोरोना की दूसरी लहर का कहर जारी है। देश के तमाम शहरों से ऑक्सीजन, वेंटिलेटर्स और बेड की कमी की भी खबरें सामने आ रही हैं। वहीं, पंजाब में पीएम केयर फंड्स से खरीदे गए वेंटिलेटर धूल खा रहे हैं।
अमृतसर. देश में कोरोना की दूसरी लहर का कहर जारी है। देश के तमाम शहरों से ऑक्सीजन, वेंटिलेटर्स और बेड की कमी की भी खबरें सामने आ रही हैं। वहीं, पंजाब में पीएम केयर फंड्स से खरीदे गए वेंटिलेटर धूल खा रहे हैं। यहां तक की केंद्र की ओर से पंजाब सरकार को पत्र भी लिखा गया है, लेकिन इसके बावजूद कैप्टन अमरिंदर सिंह की सरकार को वेंटिलेटर का इस्तेमाल करने की सुध नहीं है।
स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने 11 अप्रैल को इसके लिए पंजाब की सरकार को एक पत्र लिखा था। इसमें उन्होंने लिखा था कि 2020 से स्वास्थ्य मंत्रालय राज्यों को कोरोना के खिलाफ वेंटिलेटर उपलब्ध करा रहा है। यह राज्यों के मांग के आधार पर भेजे जा रहे हैं।
251 वेंटिलेटर्स का नहीं हुआ इस्तेमाल
उन्होंने आगे लिखा, पंजाब को डिमांड के मुताबिक 809 वेंटिलेटर्स भेजे गए थे। इनमें से 558 वेंटिलेटर्स का इस्तेमाल हो रहा है। लेकिन अभी भी 251 वेंटिलेटर्स ऐसे ही रखे हैं।
पत्र में आगे लिखा है कि मंत्रालय ने ये वेंटिलेटर्स कोरोना महामारी में उपयोगिता को देखते हुए दिए थे। ऐसे में सरकार को जल्द से जल्द इन वेंटिलेटर्स को इंस्टॉल करने की जरूरत है।
ये पत्र 1 महीने पहले स्वास्थ्य सचिव ने पंजाब सरकार को लिखा था।
फरीदकोट में धूल खा रहे वेंटिलेटर्स
कोटकापुरा से विधायक कुलतार सिंह सांधवान ने ट्वीट कर बताया कि कोरोना महामारी में इस्तेमाल के लिए भेजे गए ये वेंटिलेटर्स फरीदकोट के अस्पताल में धूल खा रहे हैं। उन्होंने इसकी फोटो भी शेयर की है।