नई दिल्ली: खालिस्तानी आतंकवादी गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या के मामले में अमेरिका द्वारा आरोपी बनाए गए पूर्व अधिकारी विकास यादव के परिवार ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। परिवार ने कहा कि उन्हें विकास पर लगे आरोपों पर विश्वास नहीं है। विकास के रिश्तेदार और परिवार वाले दिल्ली से 100 किलोमीटर दूर प्रानपुर में रहते हैं। उन्हें विकास के रॉ में काम करने की कोई जानकारी नहीं थी। विकास ने इस बारे में कभी कोई बात नहीं की। विकास अभी भी सीआरपीएफ में काम कर रहा है। उनके भाई अविनाश यादव ने समाचार एजेंसी रॉयटर्स को बताया कि विकास 2009 से सीआरपीएफ में है और डिप्टी कमांडेंट के पद तक पहुँच गया है।
विकास की माँ सुदेश यादव ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि मुझे नहीं पता कि अमेरिकी सरकार जो कह रही है वो सच है या नहीं, लेकिन वो देश के लिए काम करता था। भारत सरकार और विकास को ही पता होगा कि क्या हुआ है। विकास के एक अन्य रिश्तेदार अमित यादव ने बताया कि विकास पढ़ाई और खेलकूद में अच्छा था और एक शांत स्वभाव का लड़का था। रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार, परिवार को नहीं पता कि विकास अभी कहाँ है।
इस बीच, अमेरिकी अधिकारियों का मानना है कि विकास भारत में ही है। परिवार का कहना है कि अमेरिका विकास को सौंपने के लिए भारत पर दबाव बना रहा है। विकास के अलावा, एक अन्य भारतीय नागरिक निखिल गुप्ता पर भी हत्या का आरोप लगाया गया है। अमेरिका ने उन पर साजिश और मनी लॉंड्रिंग के भी आरोप लगाए हैं।
भारत, विकास यादव को अमेरिका को नहीं सौंपेगा। भारत का कहना है कि विकास यादव के खिलाफ भारत में मामला दर्ज है। संकेत मिले हैं कि विदेश मंत्रालय मुंबई आतंकी हमले के आरोपी डेविड हेडली को सौंपने की मांग अमेरिका से फिर से करेगा। अमेरिका का आरोप है कि खुफिया एजेंसी रॉ के अधिकारी विकास यादव ने खालिस्तान समर्थक गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या की सुपारी दी थी।