अभियान के पहले चरण में शीतकालीन सत्र में उत्तर, मध्य, पश्चिमी एवं पूर्वोत्तर भारत के सांसदों से मिलने का अभियान चल रहा है। परिषद ने बताया कि पूर्व और दक्षिण भारत के सांसदों से बजट सत्र में मिलेंगे। इस अभियान में अब तक 327 सांसदों से भेंट की जा चुकी है।
नई दिल्ली। विश्व हिंदू परिषद (Vishwa Hindu Parishad) ने सांसद संपर्क अभियान (Sansad Sampark Abhiyan) में लव जिहाद (Love Jihad) के खिलाफ कानून बनाने पर जोर दे रहा है। विहिप (VHP) यह भी मांग कर रहा है कि आदिवासी समाज का व्यक्ति अगर धर्मांतरण करता है तो सरकार द्वारा मिलने वाली सुविधाओं और योजनाओं का लाभ बंद किया जाए। अपने उद्देश्यों को बताने के लिए इस साल अभी तक विहिप की टीम 327 सांसदों से मुलाकात कर चुकी है। बाकी सांसदों से बजट सत्र में मुलाकात करने का प्लान बनाया है।
विहिप की तीन मांगों को मान चुकी है केंद्र सरकार
विहिप के केंद्रीय कार्यालय से दी गई जानकारी के अनुसार विश्व हिंदू परिषद ने केंद्र सरकार से यह मांग की थी कि कृषि मंत्रालय से पशुपालन को अलग किया जाए। कृषि मंत्रालय के साथ ही पशुपालन मंत्रालय जुड़ा हुआ था। विहिप का मानना है कि कृषि का विषय बड़ा होने से पशुपालन की ओर मंत्रालय का पूरा ध्यान नही जाता था इसलिए पशुपालन का मंत्रालय अलग होना चाहिए। परिषद ने जानकारी दी कि सरकार ने उनकी मांग को मानते हुए 'मत्स्यपालन, पशुपालन और डेयरी मंत्रालय' दिया है।
साथ ही सरकार से यह भी मांग की गई थी कि भारत सरकार गो-संवर्धन के लिए आयोग गठन करे। भारत सरकार ने इस मांग को स्वीकार करते हुए 'कामधेनु आयोग' की स्थापना कर दी है। इसके लिए 750 करोड़ रूपये का बजट भी दिया है।
रोहिंग्या को भी शरणार्थी न मानने की मांग भी मानी
विहिप ने सरकार से बताया कि रोहिंग्या देश की आतंकवादी गतिविधियों में लिप्त रहते हैं। इनको भारत में शरणार्थी न माना जाए। केंद्र सरकार ने इस मांग को स्वीकार कर लिया है।
सांसद संपर्क अभियान में किससे मिले विहिप के लोग
विश्व हिन्दू परिषद् ने इस वर्ष के अपने अभियान को दो चरण में पूरा करने का प्लान बनाया है। अभियान के पहले चरण में शीतकालीन सत्र में उत्तर, मध्य, पश्चिमी एवं पूर्वोत्तर भारत के सांसदों से मिलने का अभियान चल रहा है। परिषद ने बताया कि पूर्व और दक्षिण भारत के सांसदों से बजट सत्र में मिलेंगे। इस अभियान में अब तक 327 सांसदों से भेंट की जा चुकी है। विहिप का दावा है कि उन लोगों ने अभियान के तहत सभी दलों के सांसदों से मुलाकात की है। इसके तहत भाजपा, कांग्रेस, जेडीयू, शिवसेना, नेशनल कांफ्रेंस, तृणमूल कांग्रेस, सीपीएम और आम आदमी पार्टी के सांसद शामिल रहे हैं। विहिप के अनुसार संपर्क अभियान में कुछ मुसलमान और इसाई सांसदों से भी मिले हैं।
अब इन मुद्दे पर है अभियान
विहिप ने बताया कि उनके इस अभियान का मुख्य मुद्दा लव जिहाद के खिलाफ कानून है। परिषद ने कहा कि लालच, भय या धोखे से होने वाला धर्मांतरण जिसमें लव जिहाद भी शामिल है यह हमारी धार्मिक स्वतंत्रताओं और व्यक्ति की गरिमा के विरुद्ध हैं। इसको रोकने के लिए केंद्र और राज्य सरकारें मजबूत कानून बनायें।
जनजातीय समाज के धर्मांतरण पर आरक्षण न मिले
विहिप ने यह भी मांग किया है कि जनजातीय समाज में से जो लोग कोई दूसरा धर्म स्वीकार कर लेते है वह जन-जातीय श्रद्धा, परम्परा और पूजा पद्धति से अलग हो जाते है इसलिए उन्हें जनजातियों से मिलने वाला आरक्षण नही मिलना चाहिए।
बांग्लादेश और पाकिस्तान में हिंदू उत्पीड़न बंद हो
विहिप ने यह भी मांग किया है कि बांग्लादेश और पाकिस्तान में हिन्दू समाज के उत्पीड़न के विरोध में व्यापक वैश्विक जनमत बनाए जाने का प्रयास हो।
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