सोमवार को आरजेडी नेता और बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कोलकाता में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से मुलाकात की। तेजस्वी इन दिनों चुनावी दौरे पर हैं। वे असम के बाद पश्चिम बंगाल पहुंचे थे। माना जा रहा है कि बंगाल में जहां बिहारी लोग ज्यादा हैं, वहां तृणमूल कांग्रेस 4-7 सीटें आरजेडी के लिए छोड़ सकती है।
कोलकाता, पश्चिम बंगाल. ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने तमिलनाडु विधानसभा में अपने उम्मीदवार उतारने का फैसला किया है। इस बीच बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी से हाथ मिला लिया है। सोमवार को तेजस्वी और ममता बनर्जी की राजनीति मुलाकात हुई। तेजस्वी इन दिनों चुनावी दौरे पर हैं। वे असम के बाद पश्चिम बंगाल पहुंचे थे। माना जा रहा है कि बंगाल में जहां बिहारी लोग ज्यादा हैं, वहां तृणमूल कांग्रेस 4-7 सीटें आरजेडी के लिए छोड़ सकती है।
दोनों नेताओं ने कहा
मीटिंग के बाद ममता ने मीडिया से कहा-हम लड़ रहे हैं तो तेजस्वी भाई लड़ रहे हैं। अगर तेजस्वी लड़ रहे हैं, तो हम लड़ रहे हैं। यह संदेश भाजपा को जाना चाहिए। आप जान लीजिए बिहार में आपकी सरकार नहीं टिकेगी। बंगाल में भी आपको कुछ नहीं मिलने वाला है। जबकि तेजस्वी यादव ने कहा-जहां भी जरूरत पड़े हम ममता बनर्जी के साथ खड़े हैं। हमारी पहली कोशिश है कि भाजपा को यहां पर बढ़ने से रोकना। ममता जी को जिताने में हम पूरी ताकत लगाएंगे। भाजपा ने देश के लोगों को ठगने का काम किया है। तेजस्वी ने कहा कि उनके पिता लालू प्रसाद यादव ने ममता बनर्जी का पूरा समर्थन करने के लिए कहा है। तेजस्वी ने बताया कि आरजेडी बंगाल में कितनी सीटों पर चुनाव लड़ेगी, अभी यह तय नहीं हुआ है। बिहार में आरजेडी जो गठबंधन में है, उसका इस चुनाव में लड़ने से उस पर कोई असर नहीं पड़ेगा।
असम में भी पहुंचे थे तेजस्वी
शनिवार को तेजस्वी ने असम कांग्रेस प्रमुख रिपुन बोरा और एआईयूडीएफ प्रमुख बदरुद्दीन अजमल से भी मुलाकात की थी। इसके बाद तेजस्वी ने कहा था कि असम में उनकी पार्टी महागठबंधन का हिस्सा होगी।
उल्लेखनीय है कि पश्चिम बंगाल की 294 सीटों पर आठ चरणों-27 मार्च, 1,6,10,17,22,26 और 29 अप्रैल को वोट डाले जाएंगे। वहीं, असम की 126 सीटों पर 27 मार्च, 1 और 6 अप्रैल को वोटिंग होगी। मतगणना सभी जगह 2 मई को है।