खून का एक-एक कतरा बहा दूंगी लेकिन बंगाल का विभाजन नहीं होने दूंगी: ममता बनर्जी

Published : Jun 07, 2022, 04:51 PM ISTUpdated : Jun 07, 2022, 06:00 PM IST
खून का एक-एक कतरा बहा दूंगी लेकिन बंगाल का विभाजन नहीं होने दूंगी: ममता बनर्जी

सार

पश्चिम बंगाल के विभाजन को लेकर राजनीतिक बयानबाजी तेज हो गई है। बीजेपी द्वारा बंगाल को बांटने की मांग पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने जोरदार हमला बोला है।

अलीपुरद्वार। बीजेपी नेताओं द्वारा पश्चिम बंगाल से अलग राज्य बनाने की मांग पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बड़ा बयान दिया है। सीएम ममता बनर्जी ने कहा कि वह पश्चिम बंगाल का विभाजन किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं करेंगी। अपने खून का एक-एक कतरा बहा दूंगी लेकिन राज्य का विभाजन नहीं होने दूंगी। उन्होंने कहा कि बीजेपी हमारे राज्य में अलगाववाद को बढ़ावा दे रही है। 

चुनाव नजदीक आते ही समाज का हो रहा बंटवारा

मंगलवार को ममता बनर्जी पार्टी की एक मीटिंग को संबोधित कर रही थीं। टीएमसी सुप्रीमो ममता बनर्जी ने कहा कि भगवा खेमा 2024 में आम चुनाव से पहले, राज्य में अलगाववाद को बढ़ावा देने की कोशिश में हैं। उत्तर बंगाल में सभी समुदाय दशकों से सद्भाव में रह रहे थे। बनर्जी ने कहा कि चुनाव नजदीक आने के साथ, भाजपा अलग राज्य की मांग को हवा दे रही है... कभी गोरखालैंड की मांग कर रही है, तो कभी अलग उत्तर बंगाल की मांग कर रही है। मैं अपना खून देने के लिए तैयार हूं, लेकिन राज्य के विभाजन की अनुमति कभी नहीं दूंगी।" 

कामतापुर लिबरेशन ऑर्गनाइजेशन का वीडियो वायरल

दरअसल, कामतापुर लिबरेशन ऑर्गनाइजेशन के नेता जीवन सिंघा द्वारा एक कथित वीडियो वायरल है। वीडियो में ममता बनर्जी को जीवन सिंघा धमकी देते हुए दिख रहे कि अगर अलग कामतापुर की मांग का विरोध किया तो रक्तपात होगा। तृणमूल कांग्रेस की अध्यक्ष ममता बनर्जी ने कथित वीडियो पर जवाब देते हुए कहा कि वह इस तरह की धमकियों से डरने वाली नहीं हैं। वह जान दे देंगी लेकिन बंगाल का विभाजन स्वीकार नहीं है। उन्होंने कहा, "कुछ लोग मुझे धमकी दे रहे हैं, मुझे परवाह नहीं है। मैं इस तरह की धमकियों से नहीं डरती।"

तीसरी बार मुख्यमंत्री बनी हैं ममता बनर्जी

तृणमूल कांग्रेस की अध्यक्ष ममता बनर्जी राज्य में तीसरी बार मुख्यमंत्री बनी हैं। विधानसभा चुनावों में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस को प्रचंड बहुमत मिली थी। इस चुनाव में बीजेपी को करारी हार का सामना करना पड़ा था। विधानसभा चुनाव के बाद राज्य में बीजेपी के आधा दर्जन से अधिक विधायक व दो सांसद पार्टी छोड़कर टीएमसी ज्वाइन कर चुके हैं।

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