अमित शाह की विजिट के बीच बंगाल में BJP कार्यकर्ता की मौत बनी रहस्य, इलेक्शन से अब तक 60 मर्डर

Published : May 06, 2022, 02:08 PM ISTUpdated : May 06, 2022, 03:11 PM IST
 अमित शाह की विजिट के बीच बंगाल में BJP कार्यकर्ता की मौत बनी रहस्य, इलेक्शन से अब तक 60 मर्डर

सार

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) के पश्चिम बंगाल के दौरे के दूसरे दिन एक भाजपा कार्यकर्ता की रहस्यमयी परिस्थितियों में हुई मौत ने राजनीति तूल पकड़ लिया है। मृतक की बहन का आरोप है कि उसके भाई को विधानसभा चुनाव का रिजल्ट आने के बाद से धमकियां मिल रही थीं। शाह तीन के दौरे पर गुरुवार को पश्चिम बंगाल पहुंचे हैं।

कोलकाता. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) के पश्चिम बंगाल के दौरे के दूसरे दिन एक भाजपा कार्यकर्ता की रहस्यमयी मौत ने हंगामा खड़ा कर दिया है। इसे राजनीतिक हत्या कहा जा रहा है। शाह तीन के दौरे पर पश्चिम बंगाल पहुंचे हैं। इस बीच अपने दौरे के दूसरे दिन अमित शाह ने कूच बिहार जिले में सीमा चौकी (BOP) जिकाबारी का दौरा किया और बीएसएफ कर्मियों के साथ बातचीत की। इधर, घटना के बाद अमित शाह के कोलकाता में लौटने पर पूर्व घोषित स्वागत कार्यक्रम रद्द कर दिए गए। 

हत्या या आत्महत्या?
मामला कोलकाता के चितपुर थाना क्षेत्र स्थित घोष बागान में शुक्रवार सुबह सामने आया। मृत का नाम अर्जुन चौरसिया (26) है। वह काशीपुर-बेलगछिया के भाजपा युवा मंडल उपाध्यक्ष था। परिजनों ने इसे हत्या बताते हुए CBI जांच की मांग की है। शुक्रवार सुबह रेलवे क्वार्टर में एक खाली घर के अंदर अर्जुन का शव फंदे पर लटका मिला था। परिवारवालों का आरोप है की हत्या करके शव को फंदे से लटका गया। तर्क दिया गया कि मृतक के पैर जमीन से टिके हुए थे। इसलिए यह आत्महत्या नहीं हो सकती है। मृतक की बहन सुनीता चौरसिया ने बताया कि विधानसभा चुनाव का रिजल्ट आने के बाद से ही उसके भाई को जान से मारने की धमकियां मिल रही थीं। वो कई दिनों तक घर से भागकर छिपकर रहा था. हालांकि कोर्ट के निर्देश के बाद वो घर लौटा था। फिर भी धमकियां नहीं रुकीं।

अब तक 60 हत्याएं
भाजपा नेता दिलीप घोष ने कहा-हमारे कार्यकर्ताओं को परेशान करने और धमकाने के लिए एक पूर्व नियोजित रणनीति है। हमारे कार्यकर्ता अभिजीत की पिछले साल 2 मई को हत्या कर दी गई थी और तब से अब तक 60 हत्याएं हो चुकी हैं। किसी को सजा नहीं दी गई, कोई चार्जशीट दाखिल नहीं की गई। सीबीआई के बिना इसे सुलझाया नहीं जा सकता।

बंगाल भाजपा के वरिष्ठ नेता राहुल सिन्हा ने कहा कि अमित शाह की यात्रा के कारण तृणमूल के शीर्ष नेताओं के इशारे पर यह हत्या की गई। राहुल सिन्हा ने कहा-"हमारे कार्यकर्ता अर्जुन चौरसिया की हत्या उसी तृणमूल शैली में इसलिए की गई, क्योंकि गृह मंत्री अमित शाह के कार्यक्रम आज होने वाले हैं। इस घटना में न केवल निचले स्तर के टीएमसी नेता शामिल हैं, बल्कि शीर्ष नेतृत्व भी शामिल है।" 

हालांकि ममता बनर्जी की पार्टी ने इस आरोप से इनकार किया है। तृणमूल सांसद शांतनु सेन ने कहा कि आरोप निराधार हैं। पुलिस को मामले की जांच करने दें। तृणमूल के एक स्थानीय विधायक अतिन घोष ने कहा कि आप कैसे तय कर सकते हैं कि पोस्टमार्टम से पहले क्या हुआ है? 

बंगाल भाजपा ने किया tweet
27 वर्षीय अर्जुन चौरसिया, भाजयुमो मंडल के उपाध्यक्ष, उत्तरी कोलकाता की बेरहमी से हत्या कर दी गई और फांसी पर लटका दिया गया। विरोधी राजनीतिक कार्यकर्ताओं की यह लगातार हत्या पश्चिम बंगाल में लोकतंत्र के पतन को उजागर करती है। पिछले साल 57 बीजेपी कार्यकर्ताओं की हत्या कर दी गई थी. टीएमसी ने मानवता का गला घोंट दिया है!

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भाजपा प्रवक्ता गौरव भाटिय ने कहा-पश्चिम बंगाल में भाजपा युवा मोर्चा का एक युवा, कर्मठ, कार्यकर्ता की हत्या कर दी जाती है। उसका कसूर केवल इतना है कि वो विपक्षी पार्टी का कार्यकर्ता है। बंगाल में जो डर और अराजकता का माहौल है, उससे लगता है कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी वहां की जनता के लिए कोई संवेदना नहीं रखती हैं। 22 मार्च जब पश्चिम बंगाल के चुनाव घोषित हुए उसके बाद से 181 राजनीतिक हिंसा की घटनाएं हुई। इस मामले में सर्वोच्च न्यायालय ने ममता बनर्जी सरकार को फटकार लगाई, उच्च न्यायालय ने जांच का आदेश दिया। इन मामलों में 64 हत्या और 52 बलात्कार के मामले थे। 

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