मिथुन चक्रवर्ती ने थामा भाजपा का झंडा, बोले- 18 साल की उम्र से गरीबों के लिए सपना देखा था, अब पूरा करूंगा

Published : Mar 07, 2021, 02:18 PM ISTUpdated : Mar 07, 2021, 02:19 PM IST
मिथुन चक्रवर्ती ने थामा भाजपा का झंडा, बोले- 18 साल की उम्र से गरीबों के लिए सपना देखा था, अब पूरा करूंगा

सार

 प बंगाल में आज भाजपा के लिए बड़ा दिन है। एक ओर कोलकाता में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बड़ी रैली है। वहीं, इससे पहले अभिनेता मिथुन चक्रवर्ती भाजपा में शामिल हो गए। उन्होंने पीएम मोदी के मंच से भाजपा का भगवा झंडा लहराया। मिथुन ने भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय, प बंगाल भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष की मौजूदगी में भाजपा की सदस्यता ली। 

कोलकाता. प बंगाल में आज भाजपा के लिए बड़ा दिन है। एक ओर कोलकाता में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बड़ी रैली है। वहीं, इससे पहले अभिनेता मिथुन चक्रवर्ती भाजपा में शामिल हो गए। उन्होंने पीएम मोदी के मंच से भाजपा का भगवा झंडा लहराया। मिथुन ने भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय, प बंगाल भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष की मौजूदगी में भाजपा की सदस्यता ली। 

एक्टर मिथुन चक्रवर्ती पीएम मोदी की रैली से पहले भाजपा में शामिल हुए। उनके भगवा होने से भाजपा को बड़ा फायदा मिलने की उम्मीद जताई जा रही है। हालांकि, बताया जा रहा है कि मिथुन चुनाव नहीं लड़ेंगे, वे पार्टी के लिए प्रचार करेंगे। मिथुन को भाजपा में लाने के लिए कैलाश विजयवर्गीय ने अहम भूमिका निभाई। इससे पहले मिथुन के घर पहुंचकर आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने मुलाकात की थी। तभी से उनके भाजपा में आने के कयास लगाए जा रहे थे।

भाजपा में शामिल होने के बाद क्या बोले मिथुन
मिथुन इससे पहले टीएमसी से राज्यसभा सांसद भी रह चुके हैं। भाजपा का दामन थामने के बाद मिथुन ने कहा, मैं बंगाल में रहने वाले सभी बंगालियों से बोलता हूं कि हर चीज में आपका हक है। आपका हक जो छीनने की कोशिश करेगा, वहां हम जैसे कुछ लोग खड़े हो जाएंगे। सभी के भाषण सुन चुके हैं। बंगाल में रहने वाला हर कोई बंगाली है। मैं दिल से बंगाली हूं। 

उन्होंने कहा, हम गरीबों के लिए कुछ करना चाहते हैं। मेरा नाम मिथुन चक्रवर्ती है, मैं जो बोलता हूं, वो करता हूं। मुझ पर भरोसा रखिएगा, मैं कभी भागा नहीं हूं। 18 साल की उम्र से गरीबों के लिए कुछ करने का सपना था। आज ये सपना पूरा होता लग रहा है। ये सपना जरूर पूरा करूंगा, क्योंकि सपना केवल देखने के लिए नहीं होता है, वो पूरा करने के लिए होता है।

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