शेख शाहजहां की गिरफ्तारी की मांग कर रहे लोग हुए आंदोलित, भीड़ के हिंसक होने के बाद 24 परगना जिला में इंटरनेट सस्पेंड

टीएमसी नेता शेख शाहजहां और उसके सहयोगियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर शुक्रवार को हिंसक आंदोलन हुआ। हिंसा बढ़ने के बाद जिला में इंटरनेट सेवाएं सस्पेंड कर दी गई हैं।

Dheerendra Gopal | Published : Feb 10, 2024 9:58 AM IST / Updated: Feb 10 2024, 03:54 PM IST

Internet suspend: पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिला के संदेशखाली इलाका में टीएमसी नेता शेख शाहजहां और उसके सहयोगियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर शुक्रवार को हिंसक आंदोलन हुआ। हिंसा बढ़ने के बाद जिला में इंटरनेट सेवाएं सस्पेंड कर दी गई हैं। विरोध प्रदर्शन के बाद पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले के संदेशखाली इलाके में इंटरनेट सेवाएं निलंबित कर दी गई हैं और 144 लागू कर दिया गया है। स्थानीय लोग फरार टीएमसी नेता शेख शाहजहां की गिरफ्तारी के लिए आंदोलित हैं।

उधर, राष्ट्रीय महिला आयोग (एनसीडब्ल्यू) ने शनिवार को शेख शाहजहां और उसके सहयोगियों द्वारा 'हिंदू महिलाओं' के यौन उत्पीड़न की रिपोर्ट पर संज्ञान लिया और मामले में तत्काल कार्रवाई की मांग की।

 

 

बीजेपी की टीम को रोकने का आरोप

बीजेपी ने आरोप लगाया है कि उसकी एक टीम कोा संदेशखाली में प्रवेश करने के लिए रोक दिया गया था। जबकि स्थानीय महिलाएं, शेख शाहजहां को अरेस्ट करने के लिए तीन दिनों से विरोध प्रदर्शन कर रही हैं। शाहजहां, बीते महीने कथित राशन घोटाला की जांच में रेड करने गई ईडी की टीम पर हमला के बाद से फरार है।

महिलाओं का आरोप-शेख शाहजहां यौन उत्पीड़न करता

प्रदर्शनकारी महिलाओं ने आरोप लगाया कि शाहजहां और उसकी टीम महिलाओं का यौन उत्पीड़न करते हैं और जमीनों पर बलपूर्वक कब्जा करते हैं। प्रदर्शन कर रहे लोगों ने शुक्रवार को दोपहर में शाहजहां के सहयोगी शिबोप्रसाद हाजरा के घर में तोड़फोड़ की और घर के फर्नीचर में आग लगा दी। जेलियाखाली में हाजरा के एक पोल्ट्री फार्म को भी आग लगा दी गई। प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया कि खेत उनसे छीनी गई जमीन पर बनाए गए थे और उन्हें वहां काम करने के लिए मजबूर किया गया था।

क्षेत्र में 144 लागू, इंटरनेट सस्पेंड

बढ़ती हिंसा के बाद क्षेत्र में धारा 144 को लागू कर दिया गया है। डीआइजी (बारासात रेंज) सुमित कुमार ने कहा कि आगजनी व हिंसा के मामले में आठ लोगों को हिरासत में लिया गया है। अतिरिक्त महानिदेशक (कानून एवं व्यवस्था) मनोज वर्मा ने लोगों से कानून को अपने हाथ में नहीं लेने का आग्रह किया। उन्होंने बताया कि दर्ज की गई सभी शिकायतों की जांच की जा रही है और कार्रवाई की जाएगी। साथ ही अगर कोई कानून को अपने हाथ में लेगा तो कानून अपना काम करेगा।

टीएमसी ने लगाया अशांति फैलाने का आरोप

टीएमसी ने दावा किया कि बीजेपी और सीपीआई (एम) इलाके में अशांति फैलाने के लिए लोगों को उकसा रहे हैं। टीएमसी प्रवक्ता कुणाल घोष ने कहा कि क्षेत्र में एक या दो टीएमसी नेताओं के खिलाफ असंतोष हो सकता है। साजिशकर्ताओं ने परेशानी पैदा करने के लिए इसका फायदा उठाया। यह एक अलग घटना है और लोगों की शिकायतों का समाधान किया जाएगा।

बीजेपी के आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय ने आरोप लगाया कि शाहजहां और उनके लोग युवा, अच्छी दिखने वाली, विवाहित 'हिंदू' महिलाओं को उनके घरों से अपहरण कर लेते हैं और उनका यौन उत्पीड़न करते हैं। उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी को अपना सिर शर्म से झुका लेना चाहिए। वह न केवल एक महिला मुख्यमंत्री के रूप में, बल्कि एक इंसान के रूप में भी एक कलंक हैं।

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