21 मार्च की रात बीरभूम के रामपुर हाट के एक गांव में 8 लोगों को जिंदा जलाने का मामला अभी थमा नहीं था कि बीरभूम जिले में आज देसी बम बरामद हुए। इससे हिंसाग्रस्त इस प्रदेश की कानून व्यवस्था पर सवाल उठ रहे हैं। पुलिस ने बम डिफ्यूज करने के लिए सीआईडी की टीम बुलाई है।
बीरभूम। पश्चिम बंगाल पुलिस (West Bengal Police) ने रविवार को बीरभूम (Birbhum) के सिकंदरपुर गांव में देसी बम बरामद किए। यह बम एक फुटबॉल मैदान के पास एक प्लास्टिक बैग के अंदर पाए गए। बम को डिफ्यूज करने के लिए सीआईडी की बम स्क्वायड टीम बुलाई गई। यह बम एक बैग में रखे थे, जो नारियल के अंदर छिपाकर रखे गए थे।
कहा जा रहा है कि रामपुरहाट मामले की आग अभी भी धधक रही है। माहौल खराब करने के लिए यह बम रखे जाने की चर्चा है। अभी इस मामले पर पुलिस की तरफ से आधिकारिक जानकारी नहीं मिली है।
कल रामपुर हाट में बरामद हुए थे 40 देसी बम
शनिवार को भी बीरभूम जिले के रामपुर हाट इलाके में 40 देसी बम बरामद हुए थे। बीरभूम के पुलिस अधीक्षक (SP) नागेंद्र नाथ त्रिपाठी ने इस संबंध में जानकारी दी थी। उन्होंने बताया था कि बीरभूम जिले के रामपुरहाट के मारग्राम में 40 देसी बम बरामद हुए हैं। इन देसी बमों को 4 बाल्टियों में छिपाकर एक निर्माणाधीन घर में रखा गया था। पुलिस इस मामले की जांच कर ही रही थी कि आज सिकंदरपुर गांव में बमों की बरामदगी ने बड़ी साजिश की ओर इशारा किया है।
टीएमसी नेता की हत्या के बाद 8 को जिंदा जलाया था
गौरतलब है कि पश्चिम बंगाल के बीरभूम के रामपुरहाट इलाके में 21 मार्च को तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) नेता भादु शेख की हत्या के बाद भीड़ द्वारा घरों में आग लगाने के बाद कुल 8 लोगों की मौत हो गई थी। मामले की जांच सीबीआई कर रही है। इस घटना के बाद से पश्चिम बंगाल के साथ ही पूरे देश में राजनीति गर्माई हुई है। पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ (Jagdeep Dhankhar) ने रामपुरहाट की घटना पर ममता बनर्जी की टीएमसी सरकार को आड़े हाथों लिया था। उन्होंने कहा था कि इस तरह की बर्बर घटनाओं से राज्य की संस्कृति का पता चल रहा है। उन्होंने इस घटना पर दुख जताते हुए ममता सरकार को ऐसी घटनाओं से सबक लेने की सलाह दी थी।
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