विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने शुक्रवार को घोषणा किया कि कोरोना अब ग्लोबल इमरजेंसी नहीं है। कोरोना समाप्त नहीं हुई है। अभी भी खतरा बना हुआ है।
Covid-19: विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने शुक्रवार को घोषणा किया कि कोरोना अब ग्लोबल इमरजेंसी नहीं है। महामारी के तौर पर यह खत्म हो गया है। कोरोना महामारी के चलते दुनियाभर में करीब 70 लाख लोगों की मौत हुई है। WHO ने कहा कि भले ही इमरजेंसी फेज समाप्त हो गया, लेकिन कोरोना समाप्त नहीं हुई है। दक्षिण पूर्व एशिया और मध्य पूर्व में कोरोना के मामले सामने आ रहे हैं। अभी भी हर सप्ताह हजारों लोग कोरोना वायरस की चपेट में आकर मर रहे हैं।
WHO के महानिदेशक टेड्रोस अदनोम घेब्रेयसस ने कहा, “बड़ी उम्मीद के साथ मैं इस बात की घोषणा करता हूं कि कोविड-19 अब ग्लोबल हेल्थ इमरजेंसी नहीं है। इसका मतलब यह नहीं है कि वैश्विक स्वास्थ्य खतरे के रूप में कोरोना खत्म हो गया है।” घेब्रेयसस ने ट्वीट कर बताया कि गुरुवार को COVID19 इमरजेंसी कमेटी की 15वीं बैठक हुई। इस दौरान इस बात की सिफारिश की गई कि मैं कोरोना के अंतरराष्ट्रीय चिंता के सार्वजनिक स्वास्थ्य आपातकाल के रूप में समाप्त होने की घोषणा करूं। मैंने वह सलाह मान ली है।
30 जनवरी 2020 को WHO ने कोरोना को घोषित किया था वैश्विक संकट
दरअसल, 30 जनवरी 2020 को WHO ने सबसे पहले कोरोना को वैश्विक संकट घोषित किया था। उस वक्त तक इसे अभी कोविड-19 नाम नहीं दिया गया था। चीन के बाहर कोरोना का बड़ा प्रकोप नहीं फैला था। इसके बाद तीन साल से अधिक समय में कोरोना के चलते 5 बिलियन से अधिक लोग संक्रमित हुए। कोरोना के खिलाफ लड़ाई के लिए करीब एक दर्जन टीके बनाए गए हैं।
अमेरिका में कोरोना को लेकर जारी की गई सार्वजनिक स्वास्थ्य आपातकालीन घोषणा 11 मई को समाप्त होने वाली है। जर्मनी, फ्रांस और ब्रिटेन सहित कई अन्य देशों ने पिछले साल महामारी के खिलाफ अपने कई प्रावधानों को हटा दिया था।