Who is Udayanidhi Stalin: तमिलनाडु में पूर्व सीएम एम.करुणानिधि के पोते उदयनिधि स्टालिन को राज्य का नया डिप्टी सीएम बनाया गया है। उदयनिधि के पिता व मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने उनकी नियुक्ति पर मुहर लगाई है। सरकार की ओर से राजभवन को भेजे गए डिप्टी सीएम नियुक्ति के प्रपोजल को स्वीकार किया गया है। उदयनिधि स्टालिन, रविवार को राजभवन में पद एवं गोपनीयता की शपथ लेंगे।
नए मंत्री भी होंगे मंत्रिमंडल में शामिल
डिप्टी सीएम के रूप में उदयनिधि स्टालिन के शपथ ग्रहण के अलावा मंत्रिमंडल में कई अन्य मंत्री भी शपथ लेंगे। वी.सेंथिल बालाजी, डॉ.गोवी.चेझियान और आर.राजेंद्रन, थिरु एसएम नासर भी डीएमके सरकार में मंत्री पद की शपथ लेंगे। जबकि मंत्री टी.मानो थंगराज, अल्पसंख्यक कल्याण एवं गैर-निवासी तमिल कल्याण मंत्री के.एस.मस्थान और के.रामचंद्रन को मंत्रिमंडल से हटाया गया है।
2019 में राजनीत में रखा था उदयनिधि ने कदम
उदयनिधि स्टालिन, वर्तमान मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बेटे हैं। उनके दादा के.करुणानिधि भी राज्य के मुख्यमंत्री रह चुके हैं। डीएमके नेता उदयनिधि, तमिलनाडु सरकार में मंत्री हैं। 27 नवम्बर 1977 में जन्में उदयनिधि स्टालिन की प्रारंभिक शिक्षा चेन्नई और ग्रेजुएशन सेंट जोसेफ कॉलेज तिरुचिरापल्ली से हुई। उन्होंने इसके एमबीए की डिग्री हासिल की है। उदयनिधि स्टालिन और पत्नी कस्तूरी से दो बच्चे हैं। उन्होंने 2019 में राजनीति में कदम रखा था।
सनातन धर्म पर विवादित बयान से सुर्खियों में आए
बीते साल 2023 में दो सितंबर को 'सनातन उन्मूलन सम्मेलन' में बोलते हुए उदयनिधि स्टालिन ने कहा कि सनातन धर्म सामाजिक न्याय और समानता के खिलाफ है। उन्होंने कहा, "कुछ चीजों का विरोध नहीं किया जा सकता, इन्हें सिर्फ समाप्त किया जाना चाहिए। हम डेंगू, मच्छड़ों, मलेरिया और कोरोना का विरोध नहीं कर सकते। हमें इसे समाप्त करना होगा। इसी तरह हमें सनातन को भी मिटाना होगा।"
हालांकि, उदयनिधि स्टालिन ने अपने बयान को तोड़मरोड़ कर पेश करने की बात कही। सनातन धर्म पर की गई टिप्पणी पर विरोधियों के हमले के बाद उदयनिधि स्टालिन ने एक कार्यकर्ता सम्मेलन में सफाई देते हुए कहा कि उनके स्पीच को तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया है। बीजेपी ने उनकी स्पीच को तोड़-मरोड़ कर पेश किया। स्टालिन ने कहा कि बीजेपी ने यहां तक कहा कि मैं सनातन धर्म का पालन करने वालों का नरसंहार करना चाहता हूं, जो कि मैंने कहा ही नहीं। स्टालिन ने कहा कि मैंने चेन्नई में करीब 3 मिनट का कांफ्रेंस अटेंड किया था और मैंने कहा था कि सभी को एक बराबर समझना चाहिए, छोटा या बड़ा नहीं। मैंने कहा कि गैर बराबरी को खत्म किया जाना चाहिए लेकिन बीजेपी ने इस बयान को ट्विस्ट करके सबके सामने रखा।
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