पश्चिमी मोर्चे को मजबूत करेगा भारत-पाकिस्तान सीमा से 130 km दूर बन रहा दीसा एयरबेस, PM ने रखी आधारशिला

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बनासकांठा जिले के दीसा में बनने वाले एयर फोर्स स्टेशन की आधारशिला रखी। यह भारत-पाकिस्तान सीमा से महज 130 किमी की दूरी पर स्थित है। दीसा एयरबेस 21 महीने में बन जाएगा। 

Asianet News Hindi | Published : Oct 19, 2022 5:18 PM IST

गांधीनगर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को गांधीनगर में DefExpo2022 के 12वें संस्करण के उद्घाटन के दौरान गुजरात के बनासकांठा जिले के दीसा में 52 विंग एयर फोर्स स्टेशन की आधारशिला रखी। अपने संबोधन में मोदी ने कहा कि गुजरात सरकार ने 2000 में इस एयरबेस के लिए जमीन उपलब्ध करा दिया था, लेकिन पिछली यूपीए सरकार ने इसे मूर्त रूप देने के लिए कुछ नहीं किया। अटल बिहारी वाजपेयी सरकार ने एयरबेस के लिए सैद्धांतिक मंजूरी दे दी थी, लेकिन यूपीए सरकार ने इस परियोजना को ठंडे बस्ते में डाल दिया।

21 महीने में बन जाएगा एयरबेस 
दीसा एयरबेस 21 महीने में बन जाएगा। यह भारत-पाकिस्तान सीमा से महज 130 किमी की दूरी पर स्थित है। प्रधानमंत्री ने कहा कि दीसा में नया एयरबेस देश के पश्चिमी मोर्चे को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। इसके साथ ही इससे क्षेत्र की कनेक्टिविटी में भी सुधार होगा। सीमा पार से अगर कोई दुस्साहस किया जाता है तो इस बेस से वायु सेना के जवान उन्हें सबक सिखाएंगे। 

क्या है दीसा एयरबेस का महत्व?
यह अंतरराष्ट्रीय सीमा से महज 130 किमी दूर है। इसलिए भारतीय वायु सेना पश्चिम की तरफ से आने वाले किसी भी खतरे का बेहतर जवाब दे सकेगी। इसे गुजरात, राजस्थान और महाराष्ट्र के आसमान को सुरक्षित करने का काम सौंपा जाएगा। एयरबेस का निर्माण 2024 तक पूरा किया जाना है। वर्तमान में बेस में 1000 मीटर रनवे के साथ एक सिंगल हवाई पट्टी है, जिसका इस्तेमाल वीआईपी लोगों के आने-जाने के दौरान होता है। 

दीसा एयरबेस को क्षेत्रीय संपर्क योजना UDAN के तहत आम लोगों के आने-जाने के लिए विकसित किया जा सकता है। प्राकृतिक आपदा के दौरान इसका इस्तेमाल हो सकता है। 2017 में बनासकांठा जिले में बाढ़ आने पर वायुसेना को राहत और बचाव अभियान की जिम्मेदारी मिली थी। उस समय एयरबेस नहीं होने से वायुसेना को बहुत सारी चुनौतियों का सामना करना पड़ा था। 

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बढ़ेगी वायु सेना की क्षमता
दीसा एयरबेस के बन जाने से गुजरात में वायु सेना के ठिकानों के बीच की दूरी 350 किमी कम हो जाएगी। इससे वायु सेना की क्षमता में इजाफा होगा और युद्ध की स्थिति में कम वक्त में लड़ाकू विमानों को आसमान में भेजा जा सकेगा। भारतीय सेना के इंजीनियर-इन-चीफ लेफ्टिनेंट जनरल हरपाल सिंह के अनुसार दीसा एयरबेस गुजरात के भुज और राजस्थान में उत्तरलाई में स्थित एयरफोर्स बेस की दूरी को कम करेगा। इसे दो चरणों में तैयार किया जाएगा। एयरफोर्स बेस बनाने की कुल लागत 1000 करोड़ रुपए है।

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