15 मार्च को सड़क पर उतरेंगे मजदूर-कर्मचारी, योगेंद्र यादव ने कहा- निजीकरण का विरोध किया जाएगा

कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का विरोध प्रदर्शन के बीच संयुक्त किसान मोर्चा के योगेंद्र यादव ने बड़ा ऐलान किया है। उन्होंने कहा, 10 ट्रेड संगठनों के साथ हमारी मीटिंग हुई है। सरकार सार्वजनिक क्षेत्रों का जो निजीकरण कर रही है उसके विरोध में 15 मार्च को पूरे देश के मजदूर और कर्मचारी सड़क पर उतरेंगे और रेलवे स्टेशनों के बाहर जाकर धरना प्रदर्शन करेंगे।

Asianet News Hindi | Published : Mar 2, 2021 1:48 PM IST / Updated: Mar 02 2021, 07:26 PM IST

नई दिल्ली. कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का विरोध प्रदर्शन के बीच संयुक्त किसान मोर्चा के योगेंद्र यादव ने बड़ा ऐलान किया है। उन्होंने कहा, 10 ट्रेड संगठनों के साथ हमारी मीटिंग हुई है। सरकार सार्वजनिक क्षेत्रों का जो निजीकरण कर रही है उसके विरोध में 15 मार्च को पूरे देश के मजदूर और कर्मचारी सड़क पर उतरेंगे और रेलवे स्टेशनों के बाहर जाकर धरना प्रदर्शन करेंगे।

3 केंद्रीय मंत्रियों का गांव में प्रवेश पर रोक
संयुक्त किसान मोर्चा ने कहा, सरकार की तरफ से इस आंदोलन को समाप्त करने का प्रयास किया गया था। केंद्र सरकार में हरियाणा के जो 3 केंद्रीय मंत्री हैं, उन 3 केंद्रीय मंत्रियों का उनके गांव में प्रवेश पर रोक लगा दी जाएगी।

योगेंद्र यादव ने कहा, संयुक्त किसान मोर्चा की बैठक में 15 मार्च तक कार्यक्रमों को अंतिम रूप दिया गया है। 6 मार्च को जब विरोध प्रदर्शन 100 दिन हो जाएंगे तो किसान सुबह 11 बजे से शाम 4 बजे के बीच कुंडली-मानेसर-पलवल एक्सप्रेस-वे को अलग-अलग जगहों पर रोकेंगे।

उन्होंने कहा, 8 मार्च को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर सभी प्रदर्शन की जगहों पर महिला प्रदर्शनकारियों को फ्रंट पर किया जाएगा। 5 मार्च से कर्नाटक में 'एमएसपी दिलाओ' आंदोलन शुरू किया जाएगा, जिसमें पीएम से फसलों के लिए एमएसपी सुनिश्चित करने को कहा जाएगा। 

उन्होंने कहा, विधानसभा चुनाव में हम, लोगों से इस पार्टी (भाजपा) और उसके सहयोगियों को दंडित करने की अपील करेंगे, जो किसान विरोधी कानून लाए थे। यह कार्यक्रम 12 मार्च को कोलकाता में एक सार्वजनिक बैठक के साथ शुरू होगा। 

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