कोरोना: डीएम ने कहा, हम 18-18 घंटे काम कर रहे हैं, लेकिन सीएम ने काम में कमी पाई और तुरन्त किया ट्रांसफर

मुख्य सचिव आर के तिवारी ने बताया कि गौतमबुद्धनगर में कोरोना की निपटने की  तैयारियों की समीक्षा में पाया गया कि जिलाधिकारी के स्तर पर समन्वय में काफी कमी है। पॉजिटिव पाए गए लोगों को क्वारंटाइन करने में भी लापरवाही बरती गई, जिसके कारण पॉजिटिव मामले बढ़े हैं।
 

Asianet News Hindi | Published : Mar 30, 2020 3:25 PM IST / Updated: Mar 30 2020, 08:59 PM IST

नई दिल्ली. कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण के बीच योगी सरकार ने  गौतमबुद्धनगर के जिलाधिकारी का ट्रांसफर कर दिया है। उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव आर के तिवारी ने बताया कि गौतमबुद्धनगर जिलाधिकारी बृजेश नारायण सिंह को तत्काल प्रभाव से  स्थानांतरण किया गया है और उनके खिलाफ विभागीय की की जाएगी, जिसे आलोक टंडन करेंगे। अभी बृजेश सिंह की जगह जिलाधिकारी के पद पर सुहास एल वाई को तैनात किया गया है।

"कोरोना से निपटने की तैयारी में कमी पाई गई"
मुख्य सचिव आर के तिवारी ने बताया कि गौतमबुद्धनगर में कोरोना की निपटने की  तैयारियों की समीक्षा में पाया गया कि जिलाधिकारी के स्तर पर समन्वय में काफी कमी है। पॉजिटिव पाए गए लोगों को क्वारंटाइन करने में भी लापरवाही बरती गई, जिसके कारण पॉजिटिव मामले बढ़े हैं।

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बीएन सिंह और सीएमओ को योगी ने लगाई थी फटकार
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, योगी आदित्यनाथ ने नोएडा में कोरोना वायरस से लड़ने की सरकार की तैयारियों की समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने डीएम बीएन सिंह और सीएमओ को फटकार लगाई। मुख्यमंभी ने कहा कि नोएडा के अफसर लापरवाही कर रहे हैं। आदेश के बाद भी सीजफायर कंपनी की तालांबदी भी नहीं की गई।

बीएन सिंह ने कहा, 18-18 घंटे काम कर रहे हैं
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, योगी ने बीएन सिंह से सवाल पूछा कि दो महीने से क्या कर रहे थे। कंट्रोल रूम बनाने के निर्देश दिए गए थे। लेकिन कंट्रोल रूम नहीं बना है। इसपर बीएम सिंह ने कहा, हम 18-18 घंटे काम कर रहे हैं। लेकिन नोएडा में काम करने में असमर्थ हूं। 

1200 के पार पहुंचा भारत में कोरोना संक्रमण 
सोमवार सुबह तक देश में कोरोना वायरस पीड़ितों की संख्या 1200 से पार हो गी है, जबकि 33 लोगों की मौत हो चुकी है। हालांकि राहत भरी खबर यह है कि 110 लोग ठीक भी हो चुके हैं। इन सबके बीच 21 दिनों का लॉकडाउन लागू किए जाने के बाद देश में गुजरात, राजस्थान और दिल्ली सहित कई जगहों से मजदूर पैदल ही पलायन कर रहे हैं। यह मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया। जिसपर सोमवार को सुनवाई हुई।

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