चीनी के खिलाफ डिलीवरी ब्वॉयज का विरोध प्रदर्शन, छोड़ी जोमैटो की नौकरी, बोले-भूखे रहने को तैयार

जोमैटो के बहिष्कार करने की अपील करते हुए लगभग एक दर्जन जोमैटो स्टाफ ने कंपनी की टी शर्ट जला दी। जोमैटो में काम कर रहे ये लड़के साउथ कोलकाता में बेहला पुलिस स्टेशन के सामने जमा हुए और जोमैटो की टी शर्ट जलाई।

Asianet News Hindi | Published : Jun 28, 2020 2:30 AM IST

नई दिल्ली. पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में भारत और चीन के बीच हुई हिंसक झड़प के बाद चीनी सामान और निवेशों का लोग भारत में विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। ऐसे में कोलकाता में एप आधारित फूड डिलीवरी कंपनी जोमैटो में काम कर रहे डिलीवरी ब्वॉयज के ग्रुप ने इस कंपनी से सामूहिक इस्तीफा देने का फैसला किया है। दरअसल, जोमैटो में चीन की एक कंपनी का बड़ा इनवेस्टमेंट है। इन इन्वेस्टरों का ही डिलीवरी ब्वॉयज विरोध कर रहे हैं। 

'चाइनीज एजेंट जोमैटो भारत छोड़ो' के नारे 

जोमैटो के बहिष्कार करने की अपील करते हुए लगभग एक दर्जन जोमैटो स्टाफ ने कंपनी की टी शर्ट जला दी। जोमैटो में काम कर रहे ये लड़के साउथ कोलकाता में बेहला पुलिस स्टेशन के सामने जमा हुए और जोमैटो की टी शर्ट जलाई। हाथों में तिरंगा लिए हुए जोमैटो के ये स्टाफ 'चाइनीज एजेंट जोमैटो भारत छोड़ो' के नारे लगा रहे थे।

प्रदर्शनकारियों के साथ शामिल दीपांकर कांजीलाल नाम के एक डिलीवरी ब्वॉय ने कहा कि जोमैटो का समझौता चीन की कंपनी अलीबाबा के साथ है, आज हमने जोमैटो की नौकरी छोड़ दी है और उम्मीद करते हैं कि लोग भी इस कंपनी का बहिष्कार करेंगे।'

भूखे रहने को तैयार हैं ब्वॉयज

जब जोमैटो के इन स्टाफ से पूछा गया कि कंपनी छोड़ने के बाद इनकी रोजी-रोटी कैसे चलेगी तो उन्होंने कहा कि वो भूखे रहने को तैयार हैं, लेकिन देश पर बुरी नजर डालने वालों के साथ कतई काम नहीं करेंगे।

भारतीय जवानों को निशाना बना रहा चीन

एक डिलीवरी एजेंट ने कहा कि चीनी हमारे ही पैसे का इस्तेमाल कर हमारे जवानों को निशाना बना रहे हैं, यदि हमारे सैनिक सुरक्षति नहीं हैं तो हम सुरक्षित कैसे रहेंग। इसलिए, हम जोमैटो का बहिष्कार कर रहे हैं।' एजेंट ने कहा कि हमारे 50 से 60 लोगों ने जोमैटो ऐप को अपने फोन से भी हटा दिया है।

जोमैटों में चीनी पूंजी कंपनियों का निवेश

बता दें कि जोमैटो फूड डिलीवरी स्टार्टअप कंपनी है। इसका मुख्यालय हरियाणा के गुरुग्राम में है। साल 2008 में इस कंपनी की स्थापना पंकज चड्ढा और दीपेंदर गोयल नाम के दो कारोबारियों ने की थी। रिपोर्ट की मानें तो एंट फाइनेंशियल, जो कि चीन की ई-कॉमर्स कंपनी अलीबाबा की सब्सिडयरी कंपनी है, ने साल 2018 में जोमैटो में 14.7 प्रतिशत की हिस्सेदारी खरीदी है। इसके लिए कंपनी ने जोमैटो में 210 मिलियन डॉलर का निवेश किया है।

Share this article
click me!