इंडियन मेन्स टेबल टेनिस टीम ने जीता गोल्ड मेडल, जानें कौन-कौन हैं कॉमनवेल्थ गेम्स में भारतीय सुपर स्टार

भारतीय टेबल टेनिस टीम ने कॉमनवेल्थ गेम्स में सिंगापुर की टीम को 3-1 से हराते हुए गोल्ड मेडल जीता है। स्टार प्लेयर जी साथियान, अचंत शरत कमल और हरप्रीत देसाई ने मिलकर भारत को यह गोल्ड दिलाया है।

Manoj Kumar | Published : Aug 3, 2022 5:00 AM IST / Updated: Aug 03 2022, 10:35 AM IST

Commonwealth Games. पिछली बार के चैंपियन भारत ने कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 में सिंगापुर को हराकर गोल्ड मेडल पर कब्जा किया है। भारतीय प्लेयर हरमीत देसाई और जी साथियान की युगल जोड़ी ने सिंगापुर के योन इजाक और यू इन को 13-11, 11-07 और 11-05 के बड़ी शुरूआत दिलाई। विश्व रैंकिंग मं 35वें स्थान पर काबिज पांग को साथियान ने 12-10, 07-11, 11-07, 11-04 से हराकर मुकाबले में भारत की वापसी कराई। इसके बाद हरमीत ने तीसरे एकल मुकाबले में चीयू को 11-08, 11-05, 11-06 से हरा दिया। यही वह वजह थी जिसने भारत को गोल्ड मेडल दिलाया।

राष्ट्रपति व पीएम मोदी ने दी बधाई
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और पीएम नरेंद्र मोदी ने भारतीय टेबल टेनिस टीम को गोल्ड जीतने पर शुभकामनाएं दी हैं। राष्ट्रपति ने ट्वीट किया कि जी साथियान, हरमीत देसाई, शरत कमल, सानिल शेट्टी को कॉमनवेल्थ गेम्स में गोल्ड मेडल जीतने पर बधाई। वहीं पीएम मोदी ने ट्वीट किया कि टेनिस में शानदार खबर। जी साथियान, हरमीत देसाई, शरत कमल और सानिल शेट्टी को गोल्ड जीतने पर बधाई। इस टीम ने कौशल और प्रतिबद्धता के मामले में उंचे मानदंड कायम किए हैं। भविष्य के लिए शुभकामनाएं।

जी साथियान- एक इंजीनियर जिसने टेबल टेनिस में किया कमाल
तमिलनाडु की चेन्नई में एक मध्यमवर्गीय परिवार में जी साथियान का जन्म हुआ। साथियान बहुत कम उम्र से ही टेबल टेनिस की आकर्षित हो गए। वे खेल में ही अपना करियर बनाना चाहते थे लेकिन माता-पिता चाहते थे कि वे इंजीनियर बनें। अपने माता-पिता की बात मानकर उन्होंने सेंट जोसेफ कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग में प्रोद्योगिकी की डिग्री के साथ ही स्नातक की उपाधि प्राप्त की। सितंबर 2016 में साथियान ने बेल्जियम ओपन टेबल टेनिस का खिताब जीता। वे आईटीटीएफ चैलेंज जीतने वाले दूसरे भारतीय टेबल टेनिस खिलाड़ी बने। 2018 के एशियाई खेल में वे टीम के लिए सिल्वर पदक जीतने में कामयाब रहे।

हरमीत देसाई- टीम के कद्दावर खिलाड़ी
भारतीय टेबल टेनिस के कद्दावर खिलाड़ी हरमीत देसाई का जन्म गुजरात के सूरत शहर में हुआ। 19 जुलाई 1993 को जन्मे हरमीत देसाई ने गोल्ड कोस्ट में आयोजित हुए 2018 राष्ट्रमंडल खेलों की टीम स्पर्धा में अचंत शरत कमल, एंथोनी अमलराज, साथियान गणानाशेखरन तथा सनिल शेट्टी के साथ स्वर्ण तथा सनिल शेट्टी के साथ पुरुष युगल स्पर्धा में कांस्य पदक जीता था। 2022 कॉमनवेल्थ गेम्स में शामिल हरमीत देसाई नें मैच में भारत की वापसी कराई और गोल्ड मेडल दिलाने में मदद की।

अचंत शरत कमल- भारत के स्टार टेबल टेनिस खिलाड़ी
अचंत शरत कमल भारत के सबसे कामयाब टेबल टेनिस के खिलाड़ी हैं। वे चार कॉमनवेल्थ गेम्स में गोल्ड, दो बार एशियन गेम्स के मेडल्स, तीन ओलंपिक खेलों में हिस्सा लेने के साथ साथ दो आईटीटीएफ प्रो टूर खिताब जीत चुके हैं। शरत कमल भारतीय इतिहास के अब तक के सर्वश्रेष्ठ भारतीय टेबल टेनिस खिलाड़ी हैं। अचंत शरत कमल का जन्म 12 जुलाई 1982 को चेन्नई तमिलनाडु में हुआ था। वे भारतीय टेबल टेनिस के युवा खिलाड़ियों के लिए प्रेरणास्रोत हैं।

सानिल शेट्टी- इस खिलाड़ी के दिल में छेद था लेकिन हौंसले से जीती दुनिया
महाराष्ट्र के रहने वाले सानिल शेट्टी फाइटर प्लेयर हैं। सानिल शेट्टी जब पैदा हुए तो परिजनों को पता चला कि उनके दिल में छेद है। डॉक्टरों ने यहां तक कह दिया कि ये सिर्फ 8 साल तक ही जिंदा रह पाएंगे। यह सुनकर उनके माता पिता बहुत दुखी हो गए लेकिन भगवान को कुछ और ही मंजूर था। अब वे 28 साल के हैं और टेबल टेनिस की दुनिया के स्टार बन गए हैं। सानिल 2015 के राष्ट्रीय चैंपियन हैं। वे भारत के चौथे और दुनिया के 218वें नंबर के खिलाड़ी हैं।

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