देवेंद्र झाझरिया ने ओलंपिक इतिहास में जीता तीसरा मेडल, पीएम मोदी समेत इन लोगों ने दी बधाई

पीएम मोदी ने भी देवेंद्र झाझरिया को बधाई दी थी। पीएम मोदी ने झाझरिया की उपलब्धियों की सराहना की और कहा कि वह लगातार देश को गौरवान्वित कर रहे हैं। 

Asianet News Hindi | Published : Aug 30, 2021 7:55 AM IST / Updated: Aug 30 2021, 02:06 PM IST

स्पोर्ट्स डेस्क. इंडियन पैरालिंपियन देवेंद्र झाझरिया ने टोक्यो पैरालिंपिक 2020 में सिल्वर मेडल जीता है। पैरालिंपिक में ये इनका तीसरा मेडल है। पुरुषों की जेवलिन थ्रो के एफ46 फाइनल में झाझरिया ने 64.35 मीटर का व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ थ्रो करके हुए सिल्वर मेडल जीता।  देवेंद्र झाझरिया को मेडल जीतने के बाद बीजिंग ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीतने वाले अभिनव बिंद्रा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बधाई दी है।

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ओलंपिक में व्यक्तिगत पदक में स्वर्ण पदक जीतने वाले भारत के पहले एथलीट बिंद्रा ने सोशल मीडिया उन्हें बढ़ाई दी है। अभिनव बिंद्रा ने लिखा देवेन्द्र द्वारा अपना तीसरा पैरालंपिक पदक जीतने के लिए अविश्वसनीय जिसमें दो गोल्ड शामिल हैं।

 

पीएम मोदी ने भी देवेंद्र झाझरिया को बधाई दी थी। पीएम मोदी ने झझरिया की उपलब्धियों की सराहना की और कहा कि वह लगातार देश को गौरवान्वित कर रहे हैं। पीएम मोदी ने लिखा देवेंद्र झाझरिया का शानदार प्रदर्शन। हमारे सबसे अनुभवी एथलीटों में से एक ने सिल्वर मेडल जीता। देवेंद्र, भारत को लगातार गौरवान्वित कर रहे हैं। उन्हें बधाई और उनके भविष्य के प्रयासों के लिए शुभकामनाएं।

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केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने भी पैरालिंपिक में एक और पदक के साथ इतिहास  में अपना नाम दर्ज कराने के लिए झाझरिया की सराहना की। उन्होंने कहा- हमारे स्टार देवेंद्र के लिए तीसरा पैरालिंपिक पदक। देवेंद्र ने जेवलिन थ्रो F46 फाइनल में 64.35 मीटर के व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ थ्रो के साथ सिल्वर मेडल जीता। उनके लिए एक बड़ी उपलब्धि है क्योंकि उन्होंने एक बार फिर इतिहास में अपना नाम दर्ज किया है। भारत आज जश्न मना रहा है।

 

 

जीत चुके हैं 2 गोल्ड
पुरुषों की जेवलिन थ्रो में F46 फाइनल में झाझरिया ने अपने पहले प्रयास में 60.28 मीटर थ्रो के साथ शुरुआत की और दूसरे प्रयास में 60.62 मीटर थ्रो के साथ इसके बाद उन्होंने तीसरे प्रयास में 64.35 के थ्रो के साथ एक बार फिर अपने पिछले विश्व रिकॉर्ड को पीछे छोड़ दिया। झाझरिया ने एथेंस में 2004 के ग्रीष्मकालीन पैरालिंपिक में पहला स्वर्ण जीता और रियो डी जनेरियो में 2016 के ओलंपिक में अपना दूसरा गोल्ड जीता था।

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