FIFA World Cup 2022: कतर में फुटबॉल फैंस को कैमल फ्लू का खतरा? जानें कैसे फैलती है यह खतरनाक बीमारी

फीफा वर्ल्डकप 2022 (FIFA World Cup 2022) के अन्य सभी विवादों को पीछे छोड़ दें तो अब फुटबॉल फैंस पर कैमल फ्लू (Camel Flu) का खतरा भी मंडरा रहा है। आखिर क्या होती है यह बीमारी और कैसे तेजी से फैलती है। आइए कैमल फ्लू के बारे में सब कुछ जानते हैं।
 

Manoj Kumar | Published : Nov 28, 2022 9:53 AM IST

FIFA World Cup Camel Flu. फीफा वर्ल्डकप 2022 में विवादों के अलावा और भी परेशानियां हैं जो फुटबॉल फैंस के लिए खतरा बन गई हैं। इन्हीं में से एक है कैमल फ्लू जिसका डर हर दर्शक को सताने लगा है। अगर यह बीमारी अपना दायरा बढ़ाती है तो वर्ल्डकप का मजा फीका पड़ जाएगा। इससे कतर को भी बड़ा नुकसान हो सकता है। आइए जानते हैं क्या है कैमल फ्लू और कितना खतरनाक है यह रोग, जो दर्शकों को शिकार बना सकता है।

न्यू माइक्रोब्स एंड न्यू इंफेक्शन नाम की मैगजीन में एक स्टडी पब्लिश की गई है जिसके अनुसार वेक्टर जनित रोग जैसे कि त्वचीय लीशमैनियासिस, मलेरिया, डेंगू, रेबीज, हेपेटाइटिस ए और बी के फैलने का खतरा कतर में बढ़ गया है। हाल ही में विश्व स्वास्थ्य संगठन ने एक ऐसे वायरस यानि कैमल फ्लू की भी पहचान की है जो आने वाले समय में महामारी का रूप ले सकता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के डॉक्टर्स ने यह चेतावनी दी है कि फीफा वर्ल्डकप के दौरान कतर में कैमल फ्लू बड़ा खतरा बन सकता है। यह बीमारी कोरोना वायरस और मंकी पॉक्स जैसी गंभीर बीमारियों की तरह ही खतरनाक है। फीफा वर्ल्डकप में दुनियाभर के फुटबॉल प्रेमी पहुंच रहे हैं जिससे यह खतरा और भी बड़ा बन सकता है। 

उंटों को न छुएं दर्शक
संगठन ने यह भी चेतावनी दी है कि फीफा वर्ल्डकप का लुत्फ लेने के लिए जो भी दर्शक कतर पहुंच रहे हैं वे उंटों को बिल्कुल भी टच न करें। उंटों से ही यह घातक बीमारी इंसानों में फैलती है। यूके की एक वेबसाइट ने दावा किया है कि पहली बार यह एमईआरएस 2012 में सउदी अरब में मिला था। यह कतर की सीमा में है और अब तक दुनिया भर के अलग-अलग देशों में 935 लोगों की मौत हो चुकी है। अब तक करीब 2600 मामले सामने आ चुके हैं।

क्या है कैमल फ्लू के लक्षण

क्यों है कैमल फ्लू का खतरा
ऊंट रेगिस्तान में पाया जाने वाला जानवर है और फीफा वर्ल्डकप कतर जैसे देश में हो रहा है, जहां ऊंटों का पाला भी जाता है। ऊंटों को कई तरह से इस्तेमाल किया जाता है जिसमें आवागमन के अलावा ऊंटों का दूध, मांस और मूत्र भी बेचा जाता है। माना जा रहा है कि ऊंटों से होने वाली कैमल फ्लू बीमारी के कोई भी लक्षण दिखें तो तुरंत डॉक्टर से सलाह ली जानी चाहिए। सबसे ज्यादा खतरा बुजुर्गों, किडनी-कैंसर के मरीजों, शुगर के मरीजों को ज्यादा खतरा होता है।

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