भारत की दिग्गज मुक्केबाज मैरी कॉम ने ट्विटर पर सवाल किया कि उन्हें गुरुवार को कोलंबिया की इंग्रिट वालेंसिया के खिलाफ प्री-क्वार्टर से ठीक एक मिनट पहले अपनी रिंग ड्रेस बदलने के लिए क्यों कहा गया।
स्पोर्ट्स डेस्क : भारतीय महिला बॉक्सिंग स्टार एमसी मैरीकॉम (Mary Kom) 2012 के लंदन खेलों में कांस्य के बाद अपने दूसरे ओलंपिक पदक पर नजर गड़ाए हुए थी, लेकिन टोक्यो खेलों में वह कोलंबियाई इंग्रिट वालेंसिया से फ्लाईवेट (51 किग्रा) प्री-क्वार्टर फाइनल हार गई। टोक्यो ओलंपिक (Tokyo Olympic 2020) में अराजक फैसले की वजह से उन्हें बाहर होना पड़ा। जिसे लेकर कई तरह के सवाल उठाए जा रहे हैं। अब भारतीय मुक्केबाज ने ट्विटर के जरिए अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति से टोक्यो ओलंपिक में मुकाबले से पहले अपनी जर्सी बदलने (ring dress change) के संबंध में सवाल किया।
दरअसल, मैरीकॉम ने शुक्रावर को एक ट्वीट कर सवाल किया कि "आश्चर्यजनक, क्या कोई समझा सकता है कि रिंग ड्रेस क्या होगी ? मुझसे प्री-क्वार्टर फाइनल मुकाबले से ठीक एक मिनट पहले रिंग ड्रेस बदलने के लिए कहा गया था, क्या कोई समझा सकता है?" उन्होंने ये ट्वीट (PMO) प्रधानमंत्री कार्यालय, (IOC) अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति, केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू और खेल एवं युवा कल्याण मंत्री अनुराग ठाकुर को टैग किया।
इससे पहले मैरीकॉम ने गुरुवार को अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति के निर्णय की आलोचना भी की थी। उन्होंने कहा था कि मैं रिंग के अंदर खुश थी, जब मैं बाहर आई तो मैं खुश थी, क्योंकि मेरे दिमाग में मुझे पता था कि मैं जीत गई हूं। जब वे मुझे डोपिंग के लिए ले गए, तब भी मैं खुश थी। जब मैंने सोशल मीडिया और मेरे कोच छोटे लाल यादव ने मुझे बताया कि मैं हार गई हूं, तो मुझे विश्वास नहीं हुआ। बता दें कि 38 वर्षीय एमसी मैरीकॉम 2012 के लंदन खेलों में कांस्य के बाद अपने दूसरे ओलंपिक पदक पर नजर गड़ाए हुए थी। हालांकि, मैरीकॉम को कोलंबिया की इंग्रिट वालेंसिया के खिलाफ तीसरे राउंड में जजों का समर्थन नहीं मिल सका और आखिर में वालेंसिया ने 3-2 के स्पिलिट डिसिजन से यह मुकाबला अपने नाम करते हुए मैरीकॉम के ओलंपिक सफर को यहीं पर खत्म कर दिया। मैरीकॉम समेत सभी कह रहे कि फैसला सही नहीं था। लेकिन ओलंपिक नियमों में बंधे होने की वजह से इस गलत फैसले पर कोई सवाल नहीं कर सका है।
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