महिला हॉकी टीम के कोच सार्ड मारिन का बड़ा फैसला, कहा- ओलिंपिक आखिरी टूर्नामेंट था

मुख्य कोच शोर्ड मारिन ने 2017 में पहली बार टीम की कमान संभाली थी। भारत और ग्रेट ब्रिटेन मैच के कुछ घंटे के बाद मारिन ने इस्तीफा देने की घोषणा की।

Asianet News Hindi | Published : Aug 6, 2021 1:17 PM IST

स्पोर्ट्स डेस्क.  टोक्यो ओलंपिक में महिला हॉकी टीम को सेमीफाइनल तक पहुंचाने वाले मुख्य कोच शोर्ड मारिन ने बड़ा फैसला लिया है। टीम इंडिया के मैच हारने के बाद शुक्रवार को उन्होंने कहा-ओलिंपिक खेलों में ग्रेट ब्रिटेन के खिलाफ ब्रॉन्ज मेडल का मैच इस टीम के साथ उनकी आखिरी जिम्मेदारी थी। भारतीय टीम के चौथे स्थान पर रहने का श्रेय कोच  शोर्ड मारिन को भी दिया जा रहा है।  

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मुख्य कोच शोर्ड मारिन ने 2017 में पहली बार टीम की कमान संभाली थी। भारत और ग्रेट ब्रिटेन मैच के कुछ घंटे के बाद मारिन ने इस्तीफा देने की घोषणा की। नीदरलैंड के इस पूर्व खिलाड़ी ने भारतीय मीडिया के साथ ऑनलाइन संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘मेरी कोई योजना नहीं है क्योंकि भारतीय महिलाओं के साथ यह मेरा आखिरी मैच था। यह अब जानेका (शोपमैन) के हवाले है।’

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सूत्रों के अनुसरा, जानेका शोपमैन के अब फुलटर्म बेसिस पर मारिन का पद संभालने की उम्मीद है। मारिन को 2017 में भारतीय महिला टीम का कोच नियुक्त किया गया था। इसके बाद उन्हें  पुरुष टीम का कोच बना दिया गया। हालांकि 2018 में शोर्ड मारिन को फिर से महिला टीम का कोच नियुक्त किया गया। मारिन ने नीदरलैंड के लिए खेला है, और उनकी देखरेख में नीदरलैंड की अंडर -21 महिला टीम ने वर्ल्ड कप खिताब और सीनियर महिला टीम ने 2015 में हॉकी वर्ल्ड लीग सेमीफाइनल्स में गोल्ड मेडल हासिल किया है। 

ब्रॉन्ज मेडल मैच हार गई थी टीम इंडिया
भारतीय महिला हॉकी टीम का सफर टोक्यो 2020 में चौथे स्थान पर रहकर खत्म हुआ है। ब्रॉन्ज मेडल मैच में टीम ब्रिटेन के हाथों हार गई। बता दें कि पहली बार महिला हॉकी टीम ओलंपिक के सेमीफाइनल में पहुंची थी। 

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