
स्पोर्ट्स डेस्क : टोक्यो 2020 में बुधवार को भारत की बेहतरीन शुरुआत हुई। पहली बार ओलंपिक में आए जेवलिन थ्रोअर खिलाड़ी नीरज चोपड़ा मेडल के बेहद बड़े दावेदार माने जा रहे हैं। उन्होंने क्वालिफिकेशन ग्रुप-ए में ओलंपिक खेलों में अपने पहले ही प्रयास में फाइनल में पहुंचने लायक भाला फेंक दिया। फाइनल में क्वालिफाई करने के लिए 83.50 मीटर का बेंचमार्क रखा गया था, लेकिन जूनियर विश्व रिकॉर्डधारी नीरज ने पहले ही प्रयास में 86.65 मीटर की थ्रो से फाइनल का टिकट हासिल कर लिया।
वहीं, ग्रुप-बी में उतरे दूसरे भारतीय थ्रोअर शिवपाल सिंह फाइनल के लिए क्वालिफाई नहीं कर पाए। ग्रुप-ए के बाद ग्रुप-बी में भी कोई थ्रोअर नीरज की तरफ से पहले ही प्रयास में तय की गई 86.65 मीटर की दूरी को नहीं छू पाया है। शिवपाल के तीनों प्रयास के बाद भी 83.50 मीटर का क्वालिफिकेशन मार्क बेहद दूर रह गया। वह अपने तीनों प्रयास में 76.40 मीटर, 74.80 मीटर और 74.81 मीटर ही थ्रो कर पाए।
पुरुषों की जेवलिन थ्रो का फाइनल 7 अगस्त को ओलंपिक स्टेडियम में होगा। जिसमें ग्रुप ए और बी में क्वालीफाई खिलाड़ी हिस्सा लेंगे। ग्रुप बी क्वालिफिकेशन राउंड दिन में होगा। दोनों ग्रुप के 12 खिलाड़ी फाइनल में हिस्सा लेंगे। नीरज चोपड़ा, जो ग्रुप में 15वें स्थान पर भाला फेंक रहे थे, उन्होंने 86.65 मीटर के शानदार थ्रो के साथ अपने पहले प्रयास के बाद ही फाइनल के लिए क्वालीफाई कर लिया। उनके अलावा फ़िनलैंड के लस्सी एटेलटालो और एक थ्रोअर थे जिन्होंने पहले प्रयास में फाइनल के लिए क्वालीफाई कर लिया है।
इससे पहले मंगलवार को एक अन्य भारतीय जेवलिन थ्रोअर खिलाड़ी अन्नू रानी महिला लॉन्ग थ्रो क्वालीफिकेशन में शानदार प्रदर्शन के बाद मंगलवार को महिलाओं के फाइनल के लिए क्वालीफाई करने में विफल रहीं।
ये भी पढ़ें- Tokyo Olympics 2020: इस तरह हुआ पीवी सिंधु का स्वागत, खेलमंत्री बोले- वह एक महान खिलाड़ी और स्पोर्ट्स आइकन
Tokyo Olympic : जहन में हमेशा ताजा रहेंगी खिलाड़ियों की ये तस्वीरें, दुनिया का जीता दिल