मां! क्या मैं कचरा हूं, जो मरने के लिए नाले में फेंक दिया..ठंड से ठिठुर रही थी बच्ची, पास भौंक रहे थे कुत्ते

Published : Feb 06, 2020, 02:22 PM ISTUpdated : Feb 06, 2020, 02:29 PM IST
मां! क्या मैं कचरा हूं, जो मरने के लिए नाले में फेंक दिया..ठंड से ठिठुर रही थी बच्ची, पास भौंक रहे थे कुत्ते

सार

मां के आंचल से नाले में फेंकने के बाद यह बच्ची जिंदगी-मौत के बीच झूल रही है। मामला नैनीताल का है। 

नैनीताल, उत्तराखंड. जिंदगी और मौत से जूझ रही यह प्री मैच्योर बच्ची बीडी पांडे हॉस्पिटल में भर्ती है। यह बच्ची गुरुवार सुबह 7 नंबर क्षेत्र में नाले में पड़ी मिली थी। बदन पर कोई कपड़ा नहीं था। बच्ची ठंड में कचरे की तरह कीचड़ में उलट-पलट हो रही थी। समीप खड़े थे कुत्ते। गनीमत रही. कि कुत्तों ने उसे कोई नुकसान नहीं पहुंचाया। इसी बीच वहां से गुजर रहे कुछ लोगों की नजर बच्ची पर पड़ी। बच्ची को देखकर उनका कलेजा फट पड़ा। उन्होंने फौरन पुलिस को सूचित किया। बच्ची को उठाया। इसके बाद पुलिस ने बच्ची को हॉस्पिटल में भर्ती कराया।

ठंड से अकड़ गई बच्ची...
बच्ची को वहां से गुजर रहे एक युवक ने नाले से निकाला था। बच्ची को वेंटिलेटर पर रखा गया है। बगैर कपड़ों के फेंकने से बच्ची ठंड से अकड़ गई थी। इससे वो हाइपोथर्मिया(Hypothermia) यानी इसमें शरीर का टैम्परेचर 35 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच जाता है। यानी शरीर के नेचुरल टैम्परेचर से कम। 


उल्लेखनीय है कि इससे पहले गणतंत्र दिवस की रात रुद्रपुर रेलवे स्टेशन पर एक ट्रेन से भी बच्ची मिली थी। यह बच्ची कोई युवक एक यात्री को पकड़ा कर भाग गया था।

 

यह भी पढ़ें

थोड़ी देर मेरी बेटी को पकड़ेंगे..मैं सीट देखकर आता हूं..इसके साथ ही ट्रेन से कूद गया युवक

PREV

Recommended Stories

कौन हैं गोवा के 'बर्च बाय रोमियो लेन' का मालिक, यह क्लब किस लिए फेमस
Goa Night Club : चश्मदीद ने बताया कैसे डांस फ्लोर पर बिछीं लाशें, सिर्फ चीख रहे थे लोग