केंद्रीय ट्रेड यूनियनों के बुधवार को 'भारत बंद' के आह्वान पर विशेषकर विशाखापत्तनम में सार्वजनिक क्षेत्र के विभिन्न उपक्रमों में अधिकतर कर्मचारी नदारद रहे
अमरावती (आंध्र प्रदेश): केंद्रीय ट्रेड यूनियनों के बुधवार को 'भारत बंद' के आह्वान पर विशेषकर विशाखापत्तनम में सार्वजनिक क्षेत्र के विभिन्न उपक्रमों में अधिकतर कर्मचारी नदारद रहे। अधिकतर बैंक भी बंद रहे। केन्द्र सरकार की नीतियों के विरोध में, आंध्र प्रदेश के प्रमुख शहरों में वाम दलों और ट्रेड यूनियनों द्वारा रैलियां निकाली गईं।
विजयवाड़ा में राधम सेंटर से लेनिन सेंटर तक रैली निकाली गई। मचिलिपत्नाम में कोनेरू सेंटर से रैली निकाली गई। तिरुपति से मिली खबरों के अनुसार पुलिस ने युवा संगठनों को 'शव यात्रा' में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के पुतले ले जाने से रोका।
भाकपा और माकपा के नेता हिरासत में
विजयवाड़ा में आरटीसी बस अड्डे के बाहर राजमार्ग पर धरना दे रहे कांग्रेस, भाकपा और माकपा नेताओं को हिरासत में ले लिया गया। सीपीआई के राज्य सचिव के रामकृष्ण ने अपने और माकपा तथा कांग्रेस नेताओं को गिरफ्तार किए जाने की निंदा की। उन्होंने कहा, ''हमने महज भाजपा नीत केन्द्र सरकार की जन विरोधी नीतियों के खिलाफ बंद का आह्वान किया लेकिन पुलिस उग्रता दिखा रही है।''
गौरतलब है कि मोदी सरकार की नीतियों के खिलाफ 10 मजदूर संगठनों ने बुधवार को भारत बंद के रूप में राष्ट्रव्यापी हड़ताल का आह्वान किया है। इनका दावा है भारत बंद में 25 करोड़ लोग शामिल होंगे।
(यह खबर समाचार एजेंसी भाषा की है, एशियानेट हिंदी टीम ने सिर्फ हेडलाइन में बदलाव किया है।)