पंजाब की आम आदमी पार्टी सरकार ने पाकिस्तान के साथ व्यापार संबंधों को फिर से शुरू करने की मांग की है। पंजाब के कृषि और किसान कल्याण मंत्री कुलदीप सिंह धालीवाल ने कुछ दिनों पूर्व बेंगलुरु में राज्यों के कृषि और बागवानी मंत्रियों के राष्ट्रीय सम्मेलन के दौरान यह मांग उठाई थी।
नई दिल्ली. पंजाब की आम आदमी पार्टी सरकार ने पाकिस्तान के साथ व्यापार संबंधों को फिर से शुरू करने की मांग की है। पंजाब के कृषि और किसान कल्याण मंत्री कुलदीप सिंह धालीवाल ने कुछ दिनों पूर्व बेंगलुरु में राज्यों के कृषि और बागवानी मंत्रियों के राष्ट्रीय सम्मेलन के दौरान यह मांग उठाई थी। ये मामला जब सुर्ख़ियों में आया तो बीजेपी ने आम आदमी पार्टी सरकार पर हमला बोला है। बीजेपी प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने पार्टी के अध्यक्ष अरविन्द केजरीवाल को देश भक्त की जगह वोटबैंक भक्त बताया है ।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक केंद्रीय कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय द्वारा आयोजित और केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर की अध्यक्षता में हुए इस सम्मेलन में हुई चर्चा की जानकारी सभी सभी राज्यों/ केंद्र शासित प्रदेशों के कृषि उत्पादन आयुक्तों (एपीसी), प्रमुख सचिवों और कृषि निदेशकों को भेजी गई। जिसके मुताबिक विभिन्न मुद्दों के बीच धालीवाल ने पाकिस्तान के साथ द्विपक्षीय व्यापार को फिर से शुरू करने की मांग उठाई। पंजाब के अलावा किसी और राज्य ने यह मांग नहीं उठाई। जिसके बाद राजनीतिक माहौल गर्म हो गया। विभिन्न दलों ने नेताओं ने आम आदमी पार्टी के मंत्री धालीवाल पर निशाना साधना शुरू कर दिया।
केजरीवाल देशभक्त नहीं वोटबैंक भक्त- पूनावाला
बीजेपी नेता शहजाद पूनावाला ने ट्वीट कर कहा कि "AAP के पाकिस्तान परस्ती ने कांग्रेस पाक प्रेम से की समानता ! जैसे कांग्रेस और AAP ने सर्जिकल स्ट्राइक पर सवाल उठाया था, बालाकोट सबूत मांगे थे, भारत पर पुलवामा का आरोप लगाया था। उन्होंने कहा, "एक तरफ केजरीवाल दावा करते हैं कि वह कट्टर देश भक्त हैं लेकिन असल में वह वोटबैंक के भक्त हैं। हिंदुओं को गाली देने से लेकर पाकिस्तान परस्ती तक AAP कांग्रेस को आईना दिखा रही है। AAP अब पीपीपी-पाक परस्त पार्टी है।"
कांग्रेस ने भी आप की मांग पर उठाया सवाल
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मनीष तिवारी ने कहा कि जब भारत और पाकिस्तान में उच्चायुक्त नहीं हैं तो व्यापार कैसे संभव है। उन्होनें ट्वीट कर कहा “ कि क्या कुलदीप सिंह धालीवाल जम्मू-कश्मीर के संवैधानिक परिवर्तनों को बदलने तक भारत के साथ पाक-नो टॉक की आधिकारिक स्थिति से अवगत है। हमारे उच्चायुक्तों को अभी तक बहाल नहीं किया गया है। व्यापार कैसे?”