जुलाई में सुकमा में सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच एनकाउंटर में एक माओवादी को मार गिराया गया था। रायपुर से करीब 400 किलोमीटर दूर चिंतागुफा थाना क्षेत्र के मिनपा गांव के पास एक जंगल में तड़के मुठभेड़ हुई जिसमें माओवादी मारा गया था।
बस्तर। जम्मू-कश्मीर आतंकवाद तो छत्तीसगढ़ नक्सली विद्रोह से जूझ रहा है। जम्मू-कश्मीर में आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई में एक जवान के शहीद होने की सूचना के बाद अब छत्तीसगढ़ में नक्सली हमले की सूचना ने दिल दहला दिया है। नारायणपुर में हुए नक्सली हमले में आईटीबीपी के दो जवान शहीद हो गए हैं। दोनों जवानों को मारने के बाद नक्सलियों ने जवानों के दो एके-47 राइफल्स, बुलेट प्रूफ जैकेट सहित अन्य हथियारों को लूट लिया है।
बस्तर के आईजी पी सुंदरराज ने बताया कि नारायणपुर जिले में आईटीबीपी कैंप कडेमेटा के पास नक्सली हमले में दो आईटीबीपी (भारत-तिब्बत सीमा पुलिस) के जवान शहीद हो गए। नक्सली मौके से एक एके-47 राइफल, दो बुलेट प्रूफ जैकेट और एक वायरलेस सेट लूट कर मौके से भाग गए।
रविवार को पकड़े गए थे तीन संदिग्ध
रविवार को कुआकोंडा थाने से पुलिस टीम बड़ेगुडरा और ऐटेपाल गांव ओर गश्त कर रही थी। ऐटेपाल गांव के करीब जंगल में तीन संदिग्ध भागने लगे। पुलिस ने घेराबंदी कर उन्हें पकड़ा। पुलिस की पूछताछ में इन तीनों लोगों ने अपना नाम हुंगा करटाम, आयता माड़वी और लाठी करटाम बताया है। पुलिस के हिरासत में तीनों हैं।
पिछले महीने एक नक्सली मारा गया था
जुलाई में सुकमा में सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच एनकाउंटर में एक माओवादी को मार गिराया गया था। रायपुर से करीब 400 किलोमीटर दूर चिंतागुफा थाना क्षेत्र के मिनपा गांव के पास एक जंगल में तड़के मुठभेड़ हुई जिसमें माओवादी मारा गया था। यह मुठभेड़ उस समय हुआ जब सुरक्षा बलों की एक संयुक्त टीम तलाशी अभियान पर निकली थी।
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